उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

लखनऊ में उड़ी कोविड-19 के मानकों की धज्जियां - सामूहिक विवाह कार्यक्रम

लखनऊ जिले की वृंदावन योजना स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में मंडल स्तरीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. श्रम विभाग द्वारा आयोजित इस आयोजन में सामूहिक विवाह कार्यक्रम हुआ. जिनमें 3500 जोड़ों का विवाह कराया गया. मगर कार्यक्रम के दौरान एक बड़ी चूक देखने को मिली. इस दौरान न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन दिखा और न ही मास्क का प्रयोग दिखा.

लखनऊ में उड़ी कोविड-19 के मानकों की धज्जियां
लखनऊ में उड़ी कोविड-19 के मानकों की धज्जियां

By

Published : Mar 19, 2021, 8:06 AM IST

लखनऊ: राजधानी के वृंदावन योजना स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में मंडल स्तरीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. श्रम विभाग द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 3500 जोड़ों का विवाह कराया गया. कार्यक्रम के दौरान एक बड़ी चूक देखने को मिली. इस दौरान न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और न ही मास्क का प्रयोग वर-वधू द्वारा किया गया. इस बारे में ईटीवी भारत ने जब लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि हम लोगों को मास्क नहीं दिया गया. इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक, मंत्री स्वाति सिंह, मंडलायुक्त रंजन कुमार, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश समेत अधिकारी उपस्थित रहे.

लखनऊ में उड़ी कोविड-19 के मानकों की धज्जियां
फिर भी उड़ती रही धज्जियांडिफेंस एक्सपो ग्राउंड में वर-वधु के विवाह के लिए अलग-अलग ब्लॉक में बांटा गया था. इन ब्लॉकों में एक ब्लॉक मुस्लिम समुदाय के जोड़ों के निकाह के लिए भी बनाया गया था. लेकिन, किसी भी ब्लॉक में न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और न ही मास्क लगाया गया. जबकि स्टेज से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के दौरान कहा कि दो गज दूरी बहुत जरूरी. कार्यक्रम के दौरान स्टेज पर मौजूद कई मंत्री भी बिना मास्क के नजर आए.पीजीआई से आई वधू अंजलि ने बताया कि सरकार की तरफ से अच्छा आयोजन किया गया है. लेबर कोर्ट से हम लोगों को सामूहिक विवाह की जानकारी हुई है. मास्क हैं लेकिन लगाया नहीं है. वहीं, चकिया से आए बालकिशन बताते हैं कि सरकार ने अच्छा आयोजन किया है. हम लोग मास्क की जहह गमछे से काम चला रहे हैं.मास्क बांटने के दिए गए थे आदेशवहीं, इस मुद्दे पर श्रम प्रवर्तन अधिकारी पीआर अनिल का कहना है कि पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों की शादी हुई है. इस विवाह समारोह में लड़की की उम्र 18 साल से ऊपर और लड़के की उम्र 21 साल से ऊपर है. कोविड-19 के नियमों का पालन करने के सवाल पर उन्होंने बताया कि इसमें बड़ी चूक हुई है. मास्क बांटने का काम टेंट कारोबारी को दिया गया था. उनसे बातचीत की जाएगी कि आखिर उन्होंने मास्क क्यों नहीं बांटा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details