लखनऊ :मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए देशभर में 12 सितंबर को नीट(National Eligibility Cum Entrance Test) का आयोजन किया गया था. टेस्ट के 3 माह बाद परीक्षा का परिणाम जारी हो गया था. रिजल्ट जारी हो जाने के बाद कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी काउंसिलिंग की डेट तय नहीं हो पाई है. जिसके कारण डॉक्टरी की पढ़ाई पिछड़ रही है.
बता दें कि नीट की परीक्षा का रिजल्ट नवंबर के पहले सप्ताह में जारी हो गया था. रिजल्ट जारी होने के बाद भी अभी तक काउंसिलिंग शुरू नहीं हुई है. जिसके कारण एमबीबीएस, बीडीएस व आयुष पाठ्यक्रमों तक की पढ़ाई पिछड़ रही है. वहीं नेशनल मेडिकल काउंसिल के नियमों की मानें, तो सितंबर में क्लासेस शुरू हो जाने चाहिए. संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. बीडी सिंह के मुताबिक, एनएमसी द्वारा तारीख की घोषणा होते ही काउंसिलिंग शुरू कर दी जाएगी.
15 फीसद सेंट्रल व 85 फीसद स्टेट रैंक मान्य
यूपी में एमबीबीएस की कुल सीटों पर 15 फीसद ऑल इंडिया रैंक से सीटें भरी जाती हैं. इन सीटों पर देश भर के छात्रों को अवसर मिलता है. इसके अलावा 85 फीसद सीटों पर स्टेट रैंक से सीटें आवंटित की जाती हैं.
इन जिलों में खुले नए कॉलेज
चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में इस बार प्रदेश में नौ सरकारी कॉलेज खुल गए हैं. यह कॉलेज एटा, हरदोई, सिद्धार्थनगर, देवरिया, गाजीपुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, जौनपुर व मिर्जापुर में हैं.
यूपी में यूजी कोर्स की सीटों का आंकड़ा
- 22 सरकारी मेडिकल कॉलेज में 2,928 एमबीबीएस सीटें हैं.
- अब सरकारी नौ और मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 900 सीटें बढ़ गईं हैं. जिसके बाद एमबीबीएस की कुल सीटें 3,828 हो गईं हैं.
- सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 72 सीटें और बढ़ाने का एनएमसी को प्रस्ताव भेजा गया है. प्रस्ताव पास होने के बाद कुल 3900 सीटें होंगी.
- 29 प्राइवेट, एक माइनॉरिटी मेडिकल कॉलेज में 4,159 एमबीबीएस की सीटें हैं.
- प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 150 सीटें बढ़ेंगी.
- 1 सरकारी कॉलेज में बीडीएस की 70 सीटें हैं.
- 22 प्राइवेट कॉलेज में बीडीएस की 2200 सीटें हैं.
यूपी में पीजी कोर्स की सीटों का आंकड़ा - 11 सरकारी व एक ट्रस्ट के मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स की पढ़ाई होती है.
- यूपी के 19 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स की पढ़ाई होती है.
- एमडी-एमएस, पीजी डिप्लोमा की 1027 सरकारी सीटों पर है प्रवेश होता है.
- प्राइवेट कॉलेजों में 1064 एमडी-एमएस व पीजी डिप्लोमा की सीटों पर प्रवेश दिया जाता है.
- प्रदेश में 177 सुपर स्पेशयलिटी कोर्स (डीएम-एमसीएच) की सीटें हैं.
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