लखनऊः कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया हलकान है. चारों तरफ निराशा ही निराशा छाई हुई है. हर दिन कोविड-19 की वजह से हजारों मौतें हो रही हैं. वहीं संक्रमितों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. इन सब के बीच कुछ हौसला देने वाली खबरें भी सामने आ रही हैं. भारत में संक्रमित हुए लोगों के ठीक होने की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. ऐसे ही अस्पताल से स्वस्थ होकर घर लौटे कुछ लोगों ने ईटीवी भारत से अपने अनुभव साझा किए हैं.
कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे लोगों ने बयां की अपनी दास्तां. कोरोना ने कब्जे में लिया
राजधानी लखनऊ में भी ऐसे कई लोग हैं, जिनको कोरोना वायरस ने अपनी गिरफ्त में लिया. इन लोगों ने बताया कि कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डरे हुए थे, लेकिन इलाज के दौरान डॉक्टरों की सलाह और सूझबूझ से कोरोना को मात देकर अपने घर वापस लौटे हैं और वह अब पहले की तरह ही सामान्य जिंदगी जी रहे हैं.
नवलकांत और उनकी पत्नी को हुआ था कोरोना
राजधानी स्थित इंदिरा नगर निवासी नवलकांत सिन्हा और उनकी पत्नी डॉली भी कोरोना की जद में आ गईं थी. ईटीवी भारत से अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि वो अपने एक दोस्त के संपर्क में आने संक्रमित हुए थे, उनको जुकाम और तेज बुखार की शिकायत होने पर अस्पताल में शिफ्ट किया गया. इलाज के दौरान उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. नवलकांत और उनकी पत्नी दोनों केजीएमयू में भर्ती हुए थे. दोनों अब ठीक होकर घर आ गए हैं. नवलकांत सिन्हा की पत्नी डॉली ने बताया कि पति के संक्रमित होने के बाद मन में थोड़ा डर जरूर था, लेकिन एहतियात बरतते हुए 14 दिन हॉस्पिटल में इलाज कराया और अब पूरी तरह से स्वस्थ महसूस कर रहे हैं.
अखंड प्रताप और सोनालिका शाही ने साझा किए अनुभव
कोरोना संक्रमित पति-पत्नी अखंड प्रताप और सोनालिका शाही ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि शुरुआत में उनके मन में डर अवश्य था, क्योंकि यह एक खतरनाक बीमारी है, लेकिन इलाज के बाद आज स्वस्थ हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए संयमित जीवन जीना महत्वपूर्ण है. ऐसे में सभी को खानपान में संयमित रहना चाहिए.