लखनऊः राजधानी में कोरोना के मरीज एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. मरीजों के बढ़ने का सिलसिला पांच मार्च से शुरू हुआ. 5 मार्च को 7 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी. वहीं 10 मार्च को मरीजों की संख्या बढ़कर 21 हो गई. 12 मार्च को 25 लोगों में वायरस का पता चला. हालांकि राहत की बात यह है कि मरीजों की मौत का सिलसिला फिलहाल थमा हुआ है. ठीक होने वालों की रफ्तार में भी कमी आई है. 18 मरीज ठीक हुए हैं. लगातार मरीजों की संख्या में वृद्धि से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. शहर में अब तक कुल 80674 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं. 1188 संक्रमित मरीजों ने कोरोना काल में दम तोड़ दिया था. जबकि, सक्रिय केसों की संख्या 251 है.
पांच मार्च से बढ़ने लगे कोरोना के मरीज
लखनऊ में कोरोना के मरीज एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. मरीजों के बढ़ने का सिलसिला पांच मार्च से शुरू हुआ. 5 मार्च को 7 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी. वहीं 10 मार्च को मरीजों की संख्या बढ़कर 21 हो गई. 12 मार्च को 25 लोगों में वायरस का पता चला.
4590 लोगों के नमूने लिए गए
सीएमओ प्रवक्ता योगेश रघुवंशी के मुताबिक कोरोना वायरस के संबंध में सर्विलान्स एवं कान्टेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर टीमों ने 4590 लोगों के नमूने लिए हैं. आलमबाग, इंदिरा नगर व हजरतगंज में पांच-पांच लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. जानकीपुरम और गोसाईगंज में दो-दो लोग संक्रमित मिले हैं. उन्होंने बताया कि अब तक 62995 लोग होम आइसोलेशन में रखे गए. इनमें 62894 मरीज ठीक हो चुके हैं, 101 मरीज होम आइसोलेशन में हैं.
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सतर्कता है जरूरी
डॉ. एमके सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए सतर्कता बरती जा रही है. विदेश और संक्रमण प्रभावित राज्यों से आने वालों की निगरानी की जा रही है. कोविड कमांड कन्ट्रोल रूम से समय-समय पर फोन कर सेहत का हाल लिया जा रहा है. मोहल्ला समितियों को भी अलर्ट कर दिया गया है. टोल प्लाजा पर महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली से आने वाले लोगों का कोविड टेस्ट जरूरी कर दिया गया है.