लखनऊः भारत सहित कई देशों में कोरोना वायरस के फिर से बढ़ते संक्रमण के चलते कड़े कोविड प्रोटोकॉल लागू कर दिए गए हैं. इसका असर भारतीय खिलाड़ियों के विदेश दौरे पर भी पड़ने लगा है. इसके चलते अब भारतीय ताइक्वांडो टीम का एशियन ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा लेना काफी मुश्किल हो गया है. भारतीय ताइक्वांडो टीम के भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के लखनऊ क्षेत्रीय केंद्र में पिछले 7 मई को हुए अंतिम ट्रायल में चुने गए खिलाड़ी अभी अनिवार्य क्वारंटाइन में हैं.
21 और 22 मई को जार्डन में आयोजन
एशियन ओलंपिक क्वालीफायर 21 और 22 मई को जार्डन में होना है, लेकिन जार्डन द्वारा लागू कड़े कोविड प्रोटोकॉल के चलते अभी ये भी तय नहीं है कि टीम जार्डन जा भी पाएगी कि नहीं. जार्डन सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक जार्डन आने से पहले खिलाड़ियों को किसी तीसरे देश में अनिवार्य 14 दिन का क्वारंटाइन पूरा करना होगा. ये पीरियड भारत और नेपाल के अलावा किसी अन्य देश में हो सकता है. इस बारे में भारतीय खिलाड़ियों के लिए नियम में ढिलाई का जार्डन में आयोजकों से अनुरोध किया गया है, ताकि टीम अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 19 मई को जार्डन पहुंच सके. हालांकि अभी तक इस बारे में कोई जवाब नहीं मिला है.
टूट सकता है भारतीय खिलाड़ियों का सपना
फिलहाल भारतीय ताइक्वांडो टीम के लखनऊ में 7 मई को हुए ट्रायल में पिछले ट्रायल से चयनित 24 में से 17 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. इसके बाद पैरा ताइक्वांडो श्रेणी में चार सहित कुल आठ खिलाड़ी कैंप के लिए चयनित हुए हैं. इन सभी की आने के पहले और बाद में अनिवार्य कोरोना की आरटीपीसीआर जांच हुई थी, जो अभी 14 दिन के अनिवार्य क्वारंटाइन में ही हैं. वैसे पिछले महीने लगने वाला भारतीय ताइक्वांडो टीम का कैंप इसलिए स्थगित कर दिया गया था, क्योंकि साई लखनऊ परिसर में कई कोरोना पाजिटिव केस मिले थे. इसके चलते पिछले माह 17 अप्रैल को हुए ट्रायल के बाद सभी 24 कैंपर्स को वापस भेज दिया गया था.