लखनऊ: एक तरफ प्रदेश में कोविड के मरीज बढ़ रहे है. वहीं, दूसरी तरफ सरकारी अस्पतालों में कोविड की कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. बढ़ते कोरोना के देखते हुए काफी लोग अस्पताल में वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन वैक्सीन नहीं होने के कारण हताश होकर वापस लौट रहे हैं. प्रदेश भर में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं. इस स्थिति में राजधानी लखनऊ के किसी भी अस्पताल में वैक्सीन नहीं है, जिस कारण जो लोग वैक्सीन से वंचित रह गए हैं वह बार-बार अस्पतालों का चक्कर लगा रहे हैं.
रोजाना अस्पताल में पहुंच रहे हैं 100 से अधिक लोग
मौजूदा समय में कोरोना वायरस के केस बढ़ते देख राजधानी के अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने के लिए लोग पहुंच रहे हैं. कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने के चलते बहुत सारे लोगों ने वैक्सीनेशन नहीं करवाया था. जबकि बहुत से लोगों ने दोनों डोज लेने के बाद बूस्टर डोज नहीं लगवाया. ऐसे भी बहुत से लोग हैं, जिन्होंने कोरोना की दूसरी वैक्सीन भी नहीं लगवाई है. वहीं, बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्होंने एक भी वैक्सीन नहीं लगाई है.
इस स्थिति में इन दिनों अस्पताल में व्यक्ति लगवाने के लिए 100 से अधिक लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के चलते इन लोगों को हताश होकर वापस लौटना पड़ रहा है. इन दिनों अस्पतालों में वैक्सीनेशन सेंटर भी बंद हो चुके हैं. इन सेंटरों पर वैक्सीन नहीं उपलब्ध होने के चलते कर्मचारियों के भी ड्यूटी नहीं लग रही है.
वीआईपी अस्पताल उपलब्ध नहीं वैक्सीन
हजरतगंज स्थित डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल शहर का एक ऐसा अस्पताल है जो वीआईपी अस्पताल के नाम से भी जाना जाता है. पास में ही मुख्यमंत्री आवास है और कुछ ही दूरी पर विधानसभा भी है. रोजाना यहां पर व्यक्ति वैक्सीन लगवाने के लिए लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन यहां पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं है.
वैक्सीन न होने के कारण नहीं हो रहा वैक्सीनेशन
अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में वैक्सीन की उपलब्धता नहीं होने के चलते वैक्सीन नहीं लग रही है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जब वैक्सीन अस्पताल में उपलब्ध कराई जाएगी तब वैक्सीन लगनी शुरू होगी. हालांकि वैक्सीन खत्म होने की सूचना बहुत पहले ही स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है. अस्पताल में वैक्सीन उपलब्ध होते ही वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी. उन्होंने बताया कि अस्पताल में शुरुआत से ही कोरोना वैक्सीन लग रही है.