लखनऊ: गणेश चतुर्थी हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है. इस त्योहार को पूरे देश के विभिन्न भागों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार गणेश चतुर्थी 22 अगस्त को मनाई जा रही है. इस त्यौहार पर गणेश जी की पूजा की जाती है. भक्तगण गणेश चतुर्थी के दिन प्रतिमा को स्थापित करते हैं. करीब 1 हफ्ते के बाद लोग प्रतिमा को विसर्जित करने जाते हैं. कोरोना काल के चलते इस बार जुलूस व विसर्जन पर रोक लगाई गई है.
लखनऊ: गणेश उत्सव पर कोरोना का असर, नहीं बिक रहीं मूर्तियां - गणेश उत्सव पर नहीं बिक रही मूर्तियां
राजधानी में कोरोना का असर गणेश उत्सव पर भी देखने को मिल रहा है. मूर्तिकारों के यहां ग्राहक नहीं आ रहे हैं. वहीं मूर्तियां बनाने वालों ने इस बार बड़ी मूर्तियां भी नहीं बनाई हैं. मूर्तिकार निलॉय मित्रा ने कोरोना का नाश करते हुए गजानन की एक मूर्ति बनाई है.
बाजार खाला क्षेत्र में अंबेडकर नगर के रहने वाले निलॉय ने इस बार गजानंद की अलग ही मूर्ति बनाई है. इस मूर्ति में गजानन कोरोना का नाश करते हुए दिखाई दे रहे हैं. मूर्तिकार निलॉय मित्रा ने बताया कि बहुत समय से मूर्ति बनाने का काम कर रहा हूं. मैंने लखनऊ विश्वविद्यालय से इस फील्ड में मास्टर डिग्री भी ली है. इस बार कोरोना काल के चलते गणेश चतुर्थी पर एक मूर्ति बनाई है, जिसमें गणेश जी कोरोना का नाश करते हुए दिखाई दे रहे हैं. मूर्ति बनाने में बहुत समय लगता है.
मूर्तिकार निलॉय मित्रा ने बताया कि यह मूर्तियां फरवरी से बनाना शुरू की थी, अब जाकर यह तैयार हुई हैं. इस बार कोरोना के चलते विसर्जन पर भी रोक लगा दी गई है. पिछले साल की अपेक्षा इस साल हमारे काम पर असर पड़ा है. केवल 2 प्रतिशत ही लोग मूर्तियां ले जा चुके हैं. इस बार हम लोगों की कुछ खास कमाई नहीं हुई है. दिसंबर से हम लोगों का काम ठप पड़ा हुआ है. गणेश चतुर्थी में कुछ उम्मीद नजर आ रही थी, लेकिन कोरोना के चलते काम रूक गया.