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प्रदेश में 188 मरीजों में कोरोना की पुष्टि, सक्रिय केसों की संख्या 1025

यूपी में कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा देखते हुए कोविड मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है. शनिवार को प्रदेश भर में करीब 154 मरीज कोरोना से रिकवर हुए.

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Published : Apr 8, 2023, 9:54 PM IST

लखनऊ : प्रदेश में तेजी से कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं. शनिवार को स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश भर में बीते 24 घंटे में 188 मरीज कोविड संक्रमित हुए, वहीं 154 मरीज कोविड से रिकवर हुए हैं. प्रदेश भर में सक्रिय केसों की संख्या दोगुनी तेजी से बढ़ी है. शनिवार को सक्रिय केसों की संख्या 1025 पहुंच गई. यूपी के गौतम बुद्ध नगर में बीते 24 घंटे में 52 सर्वाधिक कोविड पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसके बाद दूसरे नंबर पर गाजियाबाद 27 में मरीज मिले. लखनऊ में 26 तो वाराणसी में 10, मेरठ में तीन कोविड पॉजिटिव मरीज मिले, जबकि प्रयागराज में दो, ललितपुर में दो और बाराबंकी में दो संक्रमित मरीज मिले है.

मॉकड्रिल में महज तीन मिनट में ही हो गईं सभी जांचें : कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दोगुनी रफ्तार से बढ़ रही है. कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में शनिवार को मॉकड्रिल हुई. अस्पताल के निदेशक डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि 'महज तीन मिनट के भीतर ही इमरजेंसी में मरीज की ईसीजी से लेकर सभी जांचें हो गईं और मरीज को प्राथमिक इलाज भी प्राप्त हो गया. अस्पताल में मरीजों को लेकर व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त है, कोई भी दिक्कत परेशानी नहीं है. यदि कोई गंभीर मरीज अस्पताल में इमरजेंसी में आता है तो उसे तुरंत ही उपचार मुहैया होगा. दोपहर अचानक सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में वीवीआईपी फ्लीट की गाड़ियां रुकीं. गाड़ी में दिल का दौरा पड़ने के बाद मरीज को लाया गया. अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह को हार्ट अटैक के मरीज को लाने की सूचना मिली. वे इमरजेंसी में पहुंचे, तब तक कर्मचारी मरीज को गाड़ी से उतारकर स्ट्रेचर पर ला चुके थे. आनन-फानन मरीज को आईसीयू में ले जाया गया. डॉक्टरों की टीम मरीज की जांच व इलाज में जुट गई. सबसे पहले मरीज की डॉक्टरों ने ईसीजी समेत खून की इमरजेंसी जांचें कीं. सभी जांच रिपोर्ट सामान्य आईं. इसके बाद अधिकारियों ने अस्पताल प्रशासन को मॉकड्रिल की सूचना दी. तब जाकर अस्पताल प्रशासन ने राहत की सांस की.

अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने 'बताया कि गाड़ी से उतारने व मरीज को आईसीयू तक लाने में दो से तीन मिनट का समय लगा. सबसे पहले डमी मरीज की ईसीजी जांच की गई. इसके बाद दूसरी जांच कराई गई. जांच में व्यवस्था पूरी तरह से ठीक मिली.'

कोविड मरीजों के लिए अलग वार्ड : डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि 'कोविड मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है. इमरजेंसी में भर्ती के दौरान एंटीजन जांच कराई जाती है. यदि किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो पहले उन्हें वार्ड में भर्ती किया जाएगा, प्राथमिक इलाज मुहैया कराया जाएगा. तबीयत स्थिर होने के बाद ही मरीज को कोविड अस्पताल में भेजा जाएगा.

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