लखनऊ :लखनऊ विश्वविद्यालय के 65 वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि इसरो के पूर्व डायरेक्टर डॉ. के. कस्तूरीरंगन ने अपने संबोधन में कहा कि आपकी पूरी लाइफ ही एक प्रयोगशाला है. जहां आप हर बार फेल होकर कुछ नया सीखते हैं. तभी जाकर आप सफलता प्राप्त करते हैं. आप सपने देखना ना छोड़ें, अपने एक्सप्रेशन को हमेशा आगे ले जाएं. तभी आप अपने जीवन में कुछ बड़ा अचीव कर पाएंगे. आने वाले दशक में भारत विश्व में सबसे अधिक आबादी वाला देश होगा और इसके पास विशाल युवा शक्ति होगी. इसलिए देश को मजबूत करने के लिए युवाओं को उचित ज्ञान, कौशल, नौकरी के लिए तैयार करना बहुत महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने समग्र विकास और समाज के उत्थान के लिए व्यापक उदार शिक्षा, विभिन्न क्षेत्रों में मानविकी, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान में अनुसंधान करने पर भी जोर दिया और आत्मनिर्भर भारत में राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन की भूमिका के बारे में उल्लेख किया.
Convocation of Lucknow University : छात्राओं ने सबसे ज्यादा मेडल हासिल कर रोशन किया लखनऊ विश्वविद्यालय का नाम
अपनी हार से हमेशा कुछ सीखने की कोशिश करें, सपने देखना ना छोड़ें, अपने एक्सप्रेशन को हमेशा आगे ले जाएं. तभी आप अपने जीवन में कुछ बड़ा अचीव कर पाएंगे. यह बातें लखनऊ विश्वविद्यालय के 65 वें दीक्षांत समारोह (Convocation of Lucknow University) में मुख्य अतिथि इसरो के पूर्व डायरेक्टर डॉ. के. कस्तूरीरंगन ने छात्र छात्राओं से कहीं.
उन्होंने अपने कॅरियर के बारे में उल्लेख किया जब उन्हें इसरो से विक्रम साराभाई द्वारा चुना गया और एक दशक तक निदेशक, इसरो के रूप में सेवा करने के बाद इसरो से सेवानिवृत्त हुए. उन्होंने इसरो के अंतरिक्ष कार्यक्रम का भी उल्लेख करते हुए कहा कि कैसे हाल के वर्षों में इसरो स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण वाहनों पीएसएलवी और जीएसएलवी का उपयोग करके उपग्रह प्रक्षेपण में आत्मनिर्भर बन गया, जो अब विश्व स्तर के उपग्रह प्रक्षेपण वाहन हैं. यह भारत की क्षमताओं और क्षमताओं को प्रदर्शित करता है.
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि सभी डिग्री धारकों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है क्योंकि उन्हें भारत के विकास और उज्ज्वल भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के बयान को उद्धृत किया कि अगर आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं तो आपको सूरज की तरह जलना होगा. उन्होंने कहा कि जॉब सीकर बनने के बजाय जॉब प्रोवाइडर बनें. उन्होंने डिग्री धारकों को कुछ नया करने और स्टार्ट-अप शुरू करने के लिए भी प्रेरित किया. वही उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने डिग्रीधारियों से कहा कि आप सभी का सौभाग्य है कि आप लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र हैं. उन्होंने छात्रों के समग्र विकास में एनईपी-2020 की भूमिका पर जोर दिया जो उनके तकनीकी, मानसिक और आध्यात्मिक कौशल और राष्ट्र के प्रति छात्रों की जिम्मेदारियों को विकसित कर सकता है.
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