लखनऊ : अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह और पहलवानों के विवाद के बीच सरकार की चिंता ओलंपिक और एशियाई खेलों को लेकर बढ़ती जा रही है. सरकार के सामने यह संकट है कि आने वाले इन महत्वपूर्ण खेलों में भारत की पदकों की स्थिति क्या होगी. इस सारे विवाद से कहीं ना कहीं खिलाड़ियों के प्रशिक्षण पर प्रभाव पड़ रहा है. इसके साथ ही अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ के कामकाज पर भी प्रभाव पड़ रहा है. ऐसे में कुश्ती मैं भारत को कितने मैडल मिले हुए यह बड़ा सवाल है. इस मामले में केंद्रीय खेल राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक ने कहा कि निश्चित तौर पर भारत के पदक संख्या पर असर नहीं पड़ेगा खिलाड़ी अपना प्रशिक्षण कर रहे हैं. हम इस बार भी अधिक पदक जीतेंगे.
पिछले चार ओलंपिक खेल में भारत ने छह पदक अर्जित किए हैं. जबकि एशियाई खेलों में भारत का प्रदर्शन और भी बेहतर रहा है. आने वाले 2 साल में ओलंपिक और एशियाई खेल होने हैं. उसके बीच में भारत में यौन शोषण को लेकर पहलवानों और अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बीच चल रहे विवाद सेखेल प्रभावित हो रहा है. लखनऊ में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के दौरान इस मुद्दे पर भी खिलाड़ियों के बीच चर्चा तेजी से हो रही है. देशभर से खेल प्रशासक यहां आए हुए हैं और पहलवानों और कुश्ती महासंघ के बीच के विवाद पर आगामी भविष्य को लेकर भी बातचीत की जा रही है. खिलाड़ियों ने यह कह दिया है कि उत्तर प्रदेश के साई सेंटर या फिर गोंडा के प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण नहीं लेंगे. इससे विवाद और भी अधिक बढ़ता हुआ नजर आ रहा है.