लखनऊ : उपभोक्ता परिषद का कहना है कि विदेशी कोयला खरीद बड़ी साजिश है, इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. परिषद के मुताबिक केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने संसद में बयान दिया था कि भारत में 2 करोड़, 23 लाख टन कोयला रिजर्व में है. कोयले की कोई कमी नहीं है. ऐसे में विदेशी कोयला खरीदारी एक साजिश है.
उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री विदेशी कोयला खरीद की साजिश करने वालों के खिलाफ सीबीआई जांच करवाएं, जिससे सत्यता का खुलासा हो सके. देश में जहां लिंकेज के आधार पर घरेलू कोयले की कीमत 1700 रुपया प्रति टन है, वहीं विदेशी कोयले की कीमत 17000 रुपया प्रति टन से भी ज्यादा है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने 2 करोड़ 23 लाख टन कोयला रिजर्व में होने का दावा किया है. ऊर्जा मंत्री का बयान आते ही चौतरफा सवाल उठना लाजमी है.
वहीं, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह की अध्यक्षता में 12 अप्रैल को देश के सभी राज्यों के ऊर्जा विभागों की बैठक में अनेक राज्यों की कोयले के कमी को ध्यान में रखकर यह सलाह दी गई थी. कहा गया था कि ऐसे राज्य अविलंब विदेशी कोयला खरीदने का टेंडर जारी करें यह मामला यहीं तक नहीं थमा. उत्तर प्रदेश के मामले में तो यहां तक एडवाइस दे दी गई कि 18 अप्रैल तक 2.25 मिलियन टन विदेशी कोयला खरीद का टेंडर जारी कर दिया जाए.