लखनऊः कानपुर रोड पर करीब चा महीने पहले रक्षा मंत्रालय ने ब्रह्मोस मिसाइल फैक्ट्री की यूनिट का शिलान्यास किया था. चार महीने में ही इस फैक्ट्री के निर्माण ने तेज गति पकड़ ली है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) की पहल पर ये निर्माम किया जा रहा है. माना जा रहा है कि ब्रह्मोस की यूनिट जब लखनऊ में शुरू हो जायेगी तो लखनऊ का नाम विश्व के फलक पर चमकेगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के ओएसडी केपी सिंह ने शनिवार को लखनऊ में डीआरडीओ लैब, ब्रह्मोस मिसाइल टेस्टिंग सेंटर और ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण यूनिट स्थलों का दौरा किया और वहां पर तेज गति से चल रहे निर्माण कार्य के प्रगति की जानकारी ली. इस दौरान राजनाथ सिंह के सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी, पीआरओ डॉक्टर राघवेंद्र शुक्ला और डीआरडीओ इंजीनियर संजीव और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.
ब्रह्मोस मिसाइल फैक्ट्री का निर्माण तेज राजनाथ सिंह ने लखनऊ को दुनिया के नक्शे पर शीर्ष स्तर की प्रौद्योगिकी के विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में उठाए गये कदम के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीआरडीओ लैब के लिए एयरपोर्ट पास 22 एकड़ और ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण यूनिट के लिए 200 एकड़ भूमि भटगांव में उपलब्ध कराई थी. जिस पर तेज गति से निर्माण कार्य चल रहा है. प्रगति कार्य की विस्तृत जानकारी देते हुए इंजीनियर संजीव ने बताया कि करीब 200 श्रमिक कार्यरत हैं और आगामी 2 महीने में एयरपोर्ट के पास नादरगंज और भटगांव स्थलों पर चल रहे बाउंड्री वाल का कार्य पूर्ण हो जाएगा.
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लखनऊ में ब्रह्मोस प्रोडक्शन सेंटर की स्थापना के लिए 300 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. इन सेंटर में रिसर्च और डेवलमेंट का काम भी होगा. 100 से अधिक ब्रह्मोस मिसाइल अगले तीन सालों में बनाये जाने की योजना है. ब्रह्मोस प्रोडक्शन सेंटर में उसमें करीब पांच सौ इंजीनियर और टेक्नीकल लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा. इसके अलावा करीब पांच हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा और 10 हजार लोगों को इस प्रोडक्शन सेंटर में काम मिलेगा. अधिकारियों का मानना है कि बह्मोस प्रोडक्शन सेंटर के चलते अब यूपी डिफेंस कॉरिडोर में डिफेंस सेक्टर में कार्य करने वाले कई अन्य नामी कंपनियां राज्य में आएंगी.