लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी इस बार अपना दमखम दिखाने के लिए पूरी तरह तैयार है. प्रियंका गांधी खुद इसकी कमान संभाल रखी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस से 10 अक्टूबर को कांग्रेस के लिए प्रियंका ने विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है. प्रधानमंत्री के क्षेत्र को चुनने का उद्देश्य यही था कि इससे जनता के बीच यह संदेश जाए कि कांग्रेस बीजेपी के मजबूत किले से मजबूती के साथ बीजेपी को चैलेंज करेगी. इस यात्रा से कांग्रेस पार्टी को काफी उम्मीदें हैं. कांग्रेस पार्टी के नेताओं के साथ ही प्रियंका को भी लग रहा है कि इससे प्रदेश में पार्टी काफी मजबूत होगी. 32 साल से सत्ता की मंजिल पाने की जो यात्रा अधूरी है, वह भी 'प्रतिज्ञा यात्रा' के जरिए पूरी हो सकती है.
दरअसल, बनारस में चुनावी आगाज के लिए पहले कार्यक्रम को 'प्रतिज्ञा यात्रा' नाम ही दिया गया था, लेकिन अंतिम समय में किसानों के मुद्दे को देखते हुए इसे 'किसान न्याय रैली' का नाम दे दिया गया. 17 अक्टूबर से देश के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस की 'प्रतिज्ञा यात्रा' शुरू होने वाली थी, लेकिन इसे टाल दिया गया. अब संभावित तिथि 20 अक्टूबर बताई जा रही है. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा निकालने की तैयारी लगभग पूरी कर चुकी है. प्रतिज्ञा यात्राओं का नेतृत्व प्रियंका गांधी खुद करेंगी. पार्टी के नेताओं को पूरी उम्मीद है कि प्रतिज्ञा यात्रा में हर जाति और वर्ग के लोग कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ेंगे. विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को निश्चित तौर पर अपार जन समर्थन मिलेगा.
'प्रतिज्ञा यात्रा' को सफल बनाने की जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं के कंधों पर होगी. चूंकि राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी स्वयं इस यात्रा को नेतृत्व प्रदान कर रही हैं, लिहाजा पार्टी के बड़े नेता भी जोर-शोर से यात्रा को सफल बनाने की पुरजोर कोशिश में जुट गए हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, निर्मल खत्री, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, पीएल पुनिया, आरपीएन सिंह, नसीमुद्दीन सिद्दीकी जैसे चेहरे इस यात्रा को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे.
इन क्षेत्रों से गुजरेगी 'प्रतिज्ञा यात्रा'
वाराणसी, चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, अमेठी होते हुए रायबरेली में वाराणसी अवध की यात्रा संपन्न होगी. पश्चिम में सहारनपुर, शामली, बिजनौर, रामपुर, बरेली, बदायूं, अलीगढ़, हाथरस, आगरा होते हुए मथुरा में यात्रा संपन्न होगी, जबकि बाराबंकी- बुंदेलखंड की यात्रा बाराबंकी, लखनऊ, उन्नाव,फतेहपुर, चित्रकूट, बांदा, महोबा, झांसी, जालौन होते हुए कानपुर में संपन्न की जाएगी. इन यात्राओं में पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल रहेंगे.