लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने युवाओं पर विशेष फोकस किया है. पार्टी की तरफ से इस बार खासकर युवाओं से रिलेटेड यूथ मेनिफेस्टो जारी किया गया है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने युवाओं को लुभाने के लिए तमाम ऐसे वादे किए हैं, जो सरकार बनने पर पूरे किए जाएंगे. इनमें युवाओं को 20 लाख रोजगार देना और युवाओं को स्टार्टअप के लिए एक फीसद ब्याज पर पांच करोड़ रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराना शामिल है. युवाओं को कांग्रेस के यूथ मेनिफेस्टो से अवगत कराने के लिए कांग्रेस पार्टी की तरफ से रविवार से उत्तर प्रदेश में स्पीक अप अभियान शुरू किया गया है. यह अभियान फेसबुक पर ट्विटर के साथ ही यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ता बेरोजगारों से फार्म भरवा रहे हैं और उन्हें एक नंबर दे रहे हैं. कांग्रेस की सरकार बनने पर इन बेरोजगारों को सबसे पहले नौकरी में महत्व दिया जाएगा.
UP Election 2022: युवा बेरोजगारों के लिए कांग्रेस ने शुरू किया अभियान, कराए जा रहे पंजीकरण
युवाओं को कांग्रेस के यूथ मेनिफेस्टो से अवगत कराने के लिए कांग्रेस पार्टी की तरफ से उत्तर प्रदेश में स्पीक अप अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान के तहत यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ता बेरोजगारों से फार्म भरवा रहे हैं.
मुसलमानों की कांग्रेस में घर वापसी से बौखलाए हैं अखिलेशः शाहनवाज आलम
वहीं, हर रविवार को फेसबुक लाइव के ज़रिए होने वाले स्पीक अप कैंपेन की 31वीं कड़ी में अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुस्लिम समाज इस बार कांग्रेस में घर वापसी कर रहा है. इसीलिए अखिलेश यादव चुनाव से पहले ही अपनी हार के लिए कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को मुस्लिमों से इतनी चिढ़ है कि उन्होंने मुज़फ्फरनगर जैसी मुस्लिम बहुल ज़िले में भी एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं दिया है. मुसलामानों के कांग्रेस में जाने से बौखलाए अखिलेश यादव ने अमरोहा में एक घोर मुस्लिम विरोधी को सीधे संघ से लाकर टिकट दे दिया है.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमान अब सोचने लगे हैं कि 20 प्रतिशत होकर भी पांच प्रतिशत आबादी वालों के पीछे क्यों चलें? वो सपा की सरकार तो बनवाता था लेकिन दारोगा और एसडीएम बनते थे पांच प्रतिशत वाले और उसे 20 प्रतिशत होने के बावजूद ई- रिक्शा मिलता था. शाहनवाज़ ने कहा कि सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलन में पुलिस दमन की शिकार महिलाओं से मिलने अखिलेश यादव आजमगढ़ तक नहीं गए. क्योंकि उन्हें डर था कि मुसलामानों के साथ खड़े होने से उनके अपने सजातीय वोटर नाराज़ हो जाएंगे. अपने सजातीय मुस्लिम विरोधी वोटरों को खुश करने के लिए ही सपा सांसदों ने सीएए-एनआरसी के खिलाफ मतदान के समय वॉकआउट कर दिया था. शाहनवाज आलम ने कहा कि मुस्लिम समाज बहुसंख्यक समाज के साथ मिलकर प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के साथ आ रहा है.