लखनऊ: धान खरीद को लेकर किसान लगातार समस्याओं का सामना कर रहे हैं. कभी वाजिब दाम न मिलने को लेकर तो कभी क्षेत्र में स्थायी धान क्रय केंद्र न होने पर. किसानों की समस्याओं को लेकर गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया. इस बाबत कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना भी दिया.
राज्य सरकार को दी विधानसभा घेराव की चेतावनी
उन्होंने मलिहाबाद में धान क्रय केंद्र खोले जाने की प्रदेश सरकार से मांग उठाई. कार्यकर्ताओं ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अगर जल्द मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह विधानसभा का घेराव करेंगे. उन्होंने एडिशनल सिटी मैजिस्ट्रेट-6 (एसीएम-6) को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा.
धान में नमी के नाम पर 14% तक हो रही कटौती
जिला महानगर कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि क्रय केंद्रों पर धान में नमी के नाम पर 10 से 14 प्रतिशत तक कटौती की जा रही है. किसानों के हित की बात करने वाली बीजेपी सरकार गन्ना मूल्य बकाया का भुगतान भी नहीं कर सकी है. किसान बुरी तरह परेशान हो चुका है.
मलिहाबाद में खुलवाया जाए धान क्रय केंद्र
इतना ही नहीं मवेशियों ने अन्नदाताओं की फसलों को बर्बाद करके रख दिया. इसलिए फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि खेतों में किसानों के निजी नलकूप की बिजली मूल्य वृद्धि वापस ली जाए. लखनऊ में किसानों की समस्या को देखते हुए मलिहाबाद में धान क्रय केंद्र को जल्द खुलवाया जाए ताकि किसानों को राहत मिल सके.
राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
धरने के बाद कार्यकर्ताओं ने एसीएम-6 इंद्रसेन को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द किसानों की समस्याओं का निस्तारण नहीं किया गया तो आंदोलन कर विधानसभा का घेराव करेंगे. बता दें कि प्रदेश भर में किसानों की समस्याओं को लेकर गुरुवार को कांग्रेस नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका आरोप है कि केंद्र की मोदी सरकार धान खरीद मामले में असहयोग पूर्ण रवैया अपनाए हुए है. किसान विरोधी नीतियों के कारण ही देश का अन्नदाता परेशान है. प्रदेश सरकार किसानों के हितों के प्रति उदासीन है.