लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) अब काफी करीब है. ऐसे में संगठन को मजबूत करने व कार्यकर्ताओं को गुरुमंत्र देने के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मंगलवार को लखनऊ पहुंचे. उन्होंने कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित 'प्रतिज्ञा संगठन सम्मेलन' को संबोधित किया. प्रदेश भर से इस सम्मेलन में पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुटे थे.
इस मौके पर कमलनाथ ने कहा- जब मैं जवान हुआ करता था तब यहां पर आता था, लेकिन इसका मतलब यह नहीं हो गया है कि मैं बूढ़ा हो गया हूं. अभी भी मैं बूढ़ा नहीं हुआ, मैं जवान हूं. कांग्रेस पार्टी, ऐसी पार्टी है जो दिल जोड़ती है, संबंध जोड़ती है, धर्म जोड़ती है. हमारी शुरू से ही जोड़ने की संस्कृति रही है. आज हम घर में सुरक्षित बैठे हैं, ये देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की देन है. उन्होंने ही सेना का गठन किया था. संविधान भले ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने तैयार किया हो, लेकिन जवाहरलाल नेहरू का भी योगदान है. आज हमें तय करना है कि हमें मोदी के साथ चलना है या फिर या देश के साथ.
भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा- उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पास संगठन तक नहीं हुआ करता था, मैं उस उत्तर प्रदेश को जानता हूं. हमें तैयार होने की जरूरत है और समझने की भी पूरी जरूरत है. राजनीति बहुत ही स्थानीय हो गई है. अब हम एक घर में नहीं बता सकते हैं कि कौन सदस्य किसे वोट करेगा. यह हमारे सामने चुनौती है. हमें स्थानीय संगठन बनाने की जरूरत है. हमने मध्य प्रदेश में मंडल और सेक्टर बनाए. इसका परिणाम यह हुआ कि हम उपचुनाव में जीते. एक ऐसी जगह जहां पर 35 सालों से पार्टी नहीं जीती थी, वहां पर और सेक्टर और मंडल की वजह से हम जीते.
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उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी ने माहौल बना दिया है, लेकिन संगठन, यूथ कांग्रेस, सेवा दल, एनएसयूआई के अध्यक्षों को बनाना है. जब हम स्थानीय संगठन बनाएंगे तभी सब कुछ बेहतर होगा. एक बूथ 20 यूथ बनाइए. कांग्रेस के यूथ अध्यक्ष कम से कम 20 बूथ बनाएं. एनएसयूआई का दायित्व है जितने कॉलेज हैं उनमें मीटिंग करें. कांग्रेस सेवादल ने मध्यप्रदेश में अच्छा काम किया था. सेवा दल की सलामी से परिणाम नहीं आएंगे. मध्यप्रदेश में हमने बाल कांग्रेस की शुरुआत की है. उसमें 15 से 20 साल तक के बच्चे जुड़ रहे हैं. उनके अध्यक्ष नहीं कैप्टन होते हैं. यहां पर भी बाल कांग्रेस बनाने की आवश्यकता है. एक बालक भी 10 युवकों को जोड़ेगा तो संगठन खड़ा हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस माहिर है चर्बी चढ़ाने में. हम पर चर्बी चढ़ जाती है. हमें अपने ऊपर चर्बी नहीं चढ़ने देनी है. हमें मेहनत करनी होगी. अपने ऊपर चर्बी नहीं चढ़ने देनी है. हमने प्रियंका गांधी से 4 महीने पहले ही कहा था कि उत्तर प्रदेश से अपनी जान छुड़ाइए. उत्तर प्रदेश में कहां फंस गई. इस पर प्रियंका गांधी ने जवाब दिया था- हमने उत्तर प्रदेश को चुना है, क्योंकि सबसे ज्यादा चुनौतियां यहीं पर हैं. हम पीछे नहीं भाग सकते. अब उत्तर प्रदेश की जनता का दायित्व है कि प्रियंका गांधी को मजबूत करें.