लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस (Uttar Pradesh Congress) के डिजिटल मीडिया कोऑर्डिनेटर व प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा कि जाति और धर्म देखकर संविधान विरोधी कृत्य करना आदित्यनाथ (yogi adityanath) की बीजेपी सरकार की शैली बन चुका है. कभी दलित बेटी को 2:30 बजे रात को मिट्टी का तेल डालकर जलवा देना, कभी मुस्लिम के नाम पर प्रताड़ित करना और कभी ब्राह्मण के नाम पर घर गिरा देना.
उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जो फर्जी मुकदमे लिखे गए हैं, शीघ्र वापस लिए जाएं. इसी को लेकर प्रत्येक जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किए गए हैं. कांग्रेस पार्टी बीजेपी की तानाशाही के खिलाफ चुप बैठने वाली नहीं है और न डरने वाली है. यदि शीघ्र बीजेपी ने संविधान विरोधी कार्यशैली बंद नहीं की और फर्जी मुकदमे वापस नहीं लिए तो कांग्रेस पार्टी चुप नहीं बैठेगी, आंदोलन और बड़ा होगा.
फर्जी मुकदमे लिख प्रताड़ित कर रही योगी आदित्यनाथ सरकार : कांग्रेस - लखनऊ समाचार
कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और प्रतापगढ़ में वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और विधायक आराधना मिश्रा के खिलाफ दर्ज मुकदमों को तत्काल वापस लेने की मांग की. पूरे मामले की न्यायिक जांच की भी मांग की है. पार्टी नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर, उचित न्याय नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
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गौरतलब है कि प्रतापगढ़ जिले के सांगीपुर विकासखंड (Sangipur Block) में शनिवार को आयोजित गरीब कल्याण मेले (Garib Kalyan Mela) के दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में मारपीट (Fight between BJP and Congress workers) के मामले में पुलिस ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी (Congress leader Pramod Tiwari) और उनकी बेटी और कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा 'मोना' (Congress MLA Aradhana Mishra 'Mona') समेत 27 लोगों के खिलाफ नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने यह एफआईआर (FIR) बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता (BJP MP Sangam Lal Gupta) की तहरीर पर दर्ज की है. इस एफआईआर में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी और विधायक आराधना मिश्रा 'मोना' और उनके समर्थक कार्यकर्ताओं पर सांसद संगम लाल गुप्ता और समर्थकों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया गया है.