लखनऊ: दशकों से उत्तर प्रदेश की सत्ता से दूर कांग्रेस पार्टी को अपने दफ्तर में ही वास्तु दोष नजर आ रहा है. कांग्रेसियों को लग रहा है कि वास्तु के हिसाब से कार्यालय की बनावट गलत है, इसीलिए सत्ता से दूरी है. लिहाजा, अब कार्यालय की आकृति बदली जाने लगी है. बनावट बदलने से कांग्रेसियों को उम्मीद है कि 2022 में कांग्रेस सत्ता पर काबिज हो जाएगी.
नया मंच किया जा रहा तैयार
दरअसल, कांग्रेस कार्यालय में प्रवेश करते ही वर्षों से यहां पर बने मंच को अब वास्तु के हिसाब से गलत ठहराया जा रहा है. लिहाजा, मंच को ही नेस्तनाबूद कर दिया गया. अब नए सिरे से अलग दिशा में बड़ा मंच तैयार किया जा रहा है.
इस तरह से होगा नया कार्यालय
पार्टी दफ्तर में एक बड़ा मीटिंग हाल बनाया जा रहा है, जिसमें पार्टी की प्रदेश स्तरीय बैठकें संपन्न होगी. 240×60 वर्ग फीट का यह सभागार होगा, जिसमें 40×60 वर्ग फीट का बड़ा मंच बनाया जा रहा है. यह मंच एनएसयूआई का कार्यालय तोड़कर तैयार किया जा रहा है. पुराने मंच को भी तोड़ दिया गया है. कार्यालय के गेट पर ही सिक्योरिटी के लिए एक कमरा तैयार किया जा रहा है. इस बड़े सभागार में 850 कुर्सियां एक साथ पड़ सकेंगी. वहीं मंच भी इतना बड़ा बनाया जा रहा है, जिसमें 150 कुर्सियां एक साथ पड़ सकेंगी और जरूरत पड़ने पर 200 लोग मंच पर बैठ सकेंगे.
...इस वजह से पुराने मंच को तोड़ा गया
पुराना मंच तोड़ने के पीछे कांग्रेसी वजह बताते हैं कि गेट से अंदर प्रवेश करते ही जब मंच पर कोई मीटिंग होती थी तो पीठ गेट की तरफ रहती थी, जो वास्तु के हिसाब से सही नहीं था, इसलिए इस मंच को तोड़कर नया मंच और सभागार बनाया जा रहा है. जिस प्रांगण में पूर्व में कार्यकर्ताओं की बैठकें होती थी, वहां पर अब गार्डन बनाया जाएगा. उसमें हरि घास लगाई जाएगी, जिससे कार्यालय पर जब बड़ी मीटिंग हो तो कार्यकर्ता वहां पर बैठ सकें.