लखनऊ: विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता व उसके वकील रायबरेली में सड़क दुर्घटना के बाद केजीएमयू में गंभीर हालात में भर्ती हैं. जहां एक और रोड एक्सीडेंट को मानते हुए सीबीआई व उत्तर प्रदेश पुलिस सक्रिय है तो वहीं इस मुद्दे पर विपक्ष भी योगी सरकार को घेरता हुए नजर आ रहा है. विपक्ष के तमाम आला नेता केजीएमयू पीड़ित व वकील को देखने के लिए पहुंचे.
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने केजीएमयू जाकर जाना पीड़िता का हाल
सोमवार दोपहर कांग्रेस विधायक अदिति सिंह भी केजीएमयू पहुंची. केजीएमयू से बाहर निकल के मीडिया से बातचीत में अदिति सिंह ने बताया कि दोनों मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है. डॉक्टरों के अनुसार पीड़िता के बचने की उम्मीद कम है. वहीं वकील की भी गंभीर स्थिति बनी हुई है. ऐसे में अदिति सिंह ने कहा कि सीबीआई को इस पूरे प्रकरण की जांच करनी चाहिए. इस दौरान अदिति सिंह ने दोनों मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए दिल्ली ले जाने की बात भी कही.
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने केजीएमयू पहुंचकर जाना पीड़िता का हाल. सीबीआई की टीम जांच के लिए केजीएमयू पहुंची
सीबीआई रेप मामले की पहले से ही जांच कर रही है. ऐसे में जिस तरीके से रायबरेली जाते समय कार से एक्सीडेंट हुआ है, एक्सीडेंट को संदिग्ध माना जा रहा है. संभावना जताई जा रही है कि यह मर्डर है. सीबीआई के साथ-साथ यूपी पुलिस मुखिया डीजीपी ओपी सिंह केजीएमयू पहुंचे हैं.
उन्नाव गैंगरेप कांड बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़ा है
जिस समय यह हादसा हुआ पीड़ित अपने वकील, मां, चाची और ड्राइवर के साथ अपने चाचा से मिलने जेल जा रही थी. रायबरेली में दूसरी ओर से आ रहे ट्रक ने कार को टक्कर मार दी, जिसमें चाची व ड्राइवर की मौत हो गई. वहीं, आनन-फानन में ड्राइवर व पीड़िता को गंभीर अवस्था में लखनऊ के केजीएमयू में भर्ती कराया गया. विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़ा हुआ उन्नाव रेप कांड मामला उत्तर प्रदेश के विख्यात मामलों में से एक है शुरुआत से ही इस प्रकरण में कई उतार-चढ़ाव आए हैं.
2017 में ये मामला सुर्खियों में आया था
यह मामला तब चर्चा में आया था, जब 16 साल की एक पीड़ित लड़की पिछले वर्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने फरियाद लेकर पहुंची थी. पीड़िता ने आरोप लगाया था कि 2017 में नौकरी मांगने जब विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के घर गई तो उसके साथ दुष्कर्म किया गया. घटना के 1 वर्ष बाद अप्रैल महीने 2018 में लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर आग लगाने की कोशिश की, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा. लड़की के पिता की मौत भी पुलिस कस्टडी में हो गई थी, जिसके बाद में पिता की मौत को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए थे. वहीं अब दुर्घटना से एक बार फिर मामला हाईलाइट है. परिजनों की ओर से लगातार सीबीआई जांच की मांग की जा रही है. वहीं परिजनों ने सेंगर की ओर से धमकी मिलने की बात भी कही है.