लखनऊ: पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने प्रदेश के ब्राह्मण वर्ग के साथ हो रहे पक्षपात और अन्याय पूर्ण व्यवहार के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने का फैसला किया है. कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व हालांकि पिछड़ी जाति, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय की समस्याओं और उत्पीड़न को मुद्दा बनाकर पहले से ही योगी सरकार पर हमलावर है. ऐसे में कांग्रेस नेता के इस दांव से योगी सरकार को चारों ओर से घेरने की कोशिश का हिस्सा माना जा रहा है.
ब्राह्मण चेतना परिषद से जारी किया पत्र
कांग्रेस नेता ने सोमवार को ब्राह्मण चेतना परिषद की ओर से एक पत्र जारी किया है. इस पत्र में उन्होंने सावन मास की शुभकामनाएं देने के साथ ही कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों को सतर्क रहने के लिए भी कहा है. अग्रिम पंक्तियों में उन्होंने लिखा है कि उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समाज के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. यह पिछले कई सालों से ब्राह्मण समाज को हाशिए पर पहुंचाने का जारी कुत्सित प्रयास है. यह सरकार समाज के साथ सौतेला व्यवहार करती आ रही है. समाज को न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है. कहीं भी उसकी सही ढंग से सुनवाई तक नहीं हो रही है. वर्तमान परिस्थिति में समाज अपने को अपमानित और असहाय महसूस कर रहा है. ब्राह्मण समाज के दर्जनों लोगों की हत्या एवं उन पर जानलेवा हमले हुए हैं, लेकिन समाज के लोगों को न्याय नहीं मिला, बल्कि विभिन्न मामलों में सरकार में शामिल लोगों ने उल्टे अन्याय करने वालों को ही संरक्षण दिया.