लखनऊ: कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की सेवा उम्र बढ़ाए जाने को लेकर पत्र लिखा है. विधायक ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की सेवा उम्र 62 वर्ष से 65 वर्ष किए जाने की पत्र में मांग की है. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपने हलफनामे में 65 वर्ष का जिक्र किया था, लेकिन वर्तमान समय में 62 वर्ष की उम्र में ही आंगनवाड़ी में कार्यरत महिलाओं की सेवा समाप्त की जा रही है जो कि अनुचित है.
कांग्रेस नेता की तरफ से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की गई है कि 62 वर्ष में ही तमाम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की सेवा समाप्त होने से कई लाख परिवार प्रभावित हो रहे हैं. सेवा कार्यकाल में उम्र बढ़ जाने से इन परिवारों को काफी राहत मिलेगी. उन्होंने पत्र में लिखा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत दो अक्टूबर 1975 में की थी. उन्होंने समन्वित बाल विकास परियोजना शुरू की थी, जिसमें 6 साल के बच्चे, गर्भवती महिलाओं एवं किशोरियों के स्वास्थ्य की देखभाल और उनका पोषण हो सके. इसके लिए आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थापना की गई और उसके संचालन के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता/ मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी सहायिकाओं के पदों पर नियुक्ति की गई. इन्हें जीवन यापन के लिए मानदेय दिया जाता है.