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कांग्रेस का BJP पर हमला, कन्हैया लाल के हत्यारे के भाजपा कनेक्शन पर उठाये ये सवाल - Kanhaiya Lal Murder BJP Connection

पिछले दिनों उदयपुर में कन्हैया लाल हत्या में शामिल एक आरोपी ‘मोहम्मद रियाज अत्तारी’ बीजेपी का कार्यकर्ता निकला था. इस मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला किया है. कन्हैया लाल के हत्यारे के भाजपा कनेक्शन पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं.

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कांग्रेस का BJP पर हमला

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Published : Jul 9, 2022, 4:12 PM IST

लखनऊ: महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष शोभा ओझा ने उदयपुर केस में कन्हैया लाल के हत्यारे के भाजपा कनेक्शन को लेकर सवाल उठाए हैं. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान शोभा ओझा ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी आतंकवाद पर राजनीति के पक्ष में कभी नहीं रही है, लेकिन आज जो हालात हैं और जिस तरह से एक के बाद एक घटनाओं में लगातार आतंकियों और अपराधियों के तार भाजपा से जुड़े मिले हैं, वैसे में सवाल पूछना जरूरी हो जाता है. इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी, अशोक सिंह, अंशू अवस्थी समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.

यह सवाल उठाए

● पिछले दिनों उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या में शामिल एक आरोपी ‘मोहम्मद रियाज अत्तारी’ बीजेपी का कार्यकर्ता निकला. इसने बाकायदा बीजेपी के नेताओं की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ली थी. मीडिया रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि रियाज राजस्थान विधानसभा में बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री गुलाबचंद कटारिया के दामाद एवं पूर्व पार्षद अतुल चंडालिया की फैक्ट्री में काम कर चुका है.

● जम्मू-कश्मीर में ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों में से एक ‘तालिब हुसैन शाह’ भाजपा का पदाधिकारी निकला. इसकी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ देश के गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी तस्वीर है.

● मीडिया रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई है कि महाराष्ट्र के अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के कथित मास्टरमाइंड इरफान खान का निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा से संबंध हैं.

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● वर्ष 2020 में जम्मू कश्मीर में आतंकियों को हथियार मुहैया कराने के आरोप में भाजपा के पूर्व नेता एवं सरपंच ‘तारिक अहमद मीर’ को गिरफ्तार किया गया था. तारिक अहमद पर हिजबुल कमांडर नवेद बाबू को हथियार देने का आरोप था, जो आतंकियों की मदद करने वाले डीएसपी दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार हुआ था.

● वर्ष 2017 में मध्यप्रदेश में एटीएस की टीम ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश करते हुए ISI के 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. इनमें एक बीजेपी आईटी सेल का सदस्य ध्रुव सक्सेना भी था, जिसकी राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के साथ तक तस्वीरें है.

● इसके 2 साल बाद 2019 में मध्य प्रदेश में ही टेरर फंडिंग के आरोप में बजरंग दल के एक नेता ‘बलराम सिंह’ की गिरफ्तारी हुई थी.

● वर्ष 2017 में असम के भाजपा नेता ‘निरंजन होजाई’ को एनआईए की विशेष अदालत ने आतंकियों को आर्थिक मदद देने के आरोप में उम्र कैद की सजा सुनाई. इन्हें एक हजार करोड़ के वित्तीय घोटाले एवं टेरर फंडिंग मामले में दोषी पाया गया था. इनकी फंडिंग से मिले पैसों से आतंकवादी हथियार आदि खरीदते थे जिसका इस्तेमाल देश की सेवा में लगे सुरक्षा बलों के खिलाफ होता था.

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