उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

महानगर पर पकड़ के लिए कांग्रेस ने बनाए दो अध्यक्ष

यूपी के लखनऊ में शनिवार को कांग्रेस पार्टी ने दो जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी है. अब लखनऊ महानगर में दो अध्यक्ष काम करेंगे. कांग्रेस का मानना है कि ऐसा करने से लोग कांग्रेस से जुड़ सकेंगे.

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी

By

Published : Jan 9, 2021, 9:03 PM IST

लखनऊः'ईटीवी भारत' की खबर पर कांग्रेस पार्टी ने मुहर लगा दी है. कांग्रेस ने लखनऊ महानगर को दो हिस्सों में बांट दिया है. महानगर को दो हिस्सों में बांटे जाने की खबर को 'ईटीवी भारत' ने प्रमुखता से आठ जनवरी को प्रकाशित किया था. इसके साथ ही अब लखनऊ महानगर में कांग्रेस पार्टी के दो महानगर अध्यक्ष हो गए हैं. अभी तक शहर अध्यक्ष की कमान मुकेश सिंह चौहान के हाथ थी. अब उत्तरी क्षेत्र का शहर अध्यक्ष अजय कुमार श्रीवास्तव 'अज्जू' को भी बना दिया गया है. इसके अलावा अब कई जिलों के जिला अध्यक्ष क्षेत्र का भी बंटवारा कर दिया गया है.

कांग्रेस ने जारी की लिस्ट.

ये हैं नए जिला व शहर अध्यक्ष
कांग्रेस पार्टी ने कुल 13 जिला और शहर अध्यक्षों के तैनाती की है. इनमें लखनऊ के उत्तर क्षेत्र का कार्यभार अजय श्रीवास्तव को सौंपा गया है. आनंद श्रीवास्तव को देवरिया का महानगर का अध्यक्ष बनाया गया. अमीर हारून को कन्नौज का महानगर अध्यक्ष, अजय दुबे को मैनपुरी का महानगर अध्यक्ष, शैलेंद्र दीक्षित को कानपुर के दक्षिणी क्षेत्र का शहर अध्यक्ष, नौशाद मंसूरी को कानपुर के उत्तरी क्षेत्र का शहर अध्यक्ष, कुंवर तौकीर अली को बुलंदशहर का शहर अध्यक्ष, सुबोध शर्मा को मुजफ्फरनगर का जिला अध्यक्ष, राघवेंद्र सिंह मीणा को आगरा का जिला अध्यक्ष, वीरेंद्र पटेल को गोंडा का जिला अध्यक्ष, अमित वर्मा को अंबेडकर नगर का जिला अध्यक्ष, महमूद खान को भदोही का जिला अध्यक्ष और सुरेश यादव को इलाहाबाद (गंगा पार) का जिला अध्यक्ष बनाया गया है.

पार्टी ने फायदे के लिए किया बंटवारा
कांग्रेस पार्टी के लखनऊ महानगर में अब दो अध्यक्ष हो गए हैं. मुकेश सिंह चौहान के अलावा ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने लखनऊ महानगर के उत्तर क्षेत्र का दायित्व अजय कुमार श्रीवास्तव 'अज्जू' को भी सौंप दिया है. महानगर का विस्तार देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने ये फैसला लिया है. एमपी कांग्रेस से जुड़े पार्टी के नेता कहते हैं कि पार्टी को उम्मीद है कि दो महानगर अध्यक्ष होने का भविष्य में फायदा मिलेगा. अपने-अपने क्षेत्र में पदाधिकारी काम कर ज्यादा लोगों को पार्टी के साथ जोड़ सकेंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details