लखनऊःउत्तर प्रदेश में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश कांग्रेस को शुक्रवार को तीन नए पदाधिकारी दिए हैं. इनके मनोनयन में हर जाति, वर्ग का ख्याल रखा गया है. पार्टी ने एक जनरल सेक्रेटरी और दो सेक्रेटरी नियुक्त किए हैं.
इन नेताओं को पार्टी ने दिया मौका
साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूती देने में जुटी कांग्रेस पार्टी ने अब तीन और नए पदाधिकारी प्रदेश कांग्रेस में नियुक्त किए हैं. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने तीनों नामों की सूची जारी की है. इन नामों पर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुहर लगाई है. प्रदेश महासचिव के रूप में सैफ अली नकवी को कमान सौंपी गई है. वहीं ज्ञानेश शुक्ला और अभिमन्यु सिंह को प्रदेश सचिव बनाया गया है. इससे पहले भी पार्टी के प्रदेश इकाई के कई पदाधिकारी नियुक्त किए जा चुके हैं.
पार्टी की ये है रणनीति
प्रदेश महासचिव के रूप में सैफ अली नकवी को कमान देकर कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम वर्ग को साधने का प्रयास किया है. कांग्रेस पार्टी को यह लग रहा है कि धीरे-धीरे मुस्लिम समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की तरफ खिसक रहे हैं. ऐसे में उनको रिझाने के लिए पार्टी ने यह दांव खेला है.
पिछले दिनों प्रदेश में कई ऐसी घटनाएं हुईं जिन पर विपक्ष ने सरकार पर ब्राह्मणों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया था. इन आरोपों को सच साबित करने और ब्राह्मणों को यह दर्शाने के लिए कि कांग्रेस पार्टी ब्राह्मणों के साथ है, पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सचिव के रूप में ज्ञानेश शुक्ला को मौका दिया है.
क्षत्रिय वर्ग भी कांग्रेस से दूर न जाने पाए इसके लिए पार्टी ने अभिमन्यु सिंह को भी क्षत्रियों को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए प्रदेश सचिव बनाया है. अब यह तो विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा कि पार्टी की ये रणनीति कितनी सफल हुई है.