उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

Lok Sabha Election 2024 : कांग्रेस ने शुरू की तैयारी, उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर नियुक्त किए प्रभारी

By

Published : Jun 2, 2023, 4:49 PM IST

निकाय चुनाव के बाद अब राजनीतिक दलों ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. चुनाव को लेकर पार्टी ने सबसे पहले प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिये हैं.

fghgh
gfhgfh

लखनऊ :उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी प्रदेश के सभी 80 लोकसभा सीटों पर जातीय समीकरण बैठाने के साथ ही जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश भी शुरू कर रही है. इसी कड़ी में पार्टी ने सबसे पहले प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर पर्यवेक्षक नियुक्त कर तैयारियां शुरू कर दी हैं. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी बीते दो लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद इस बार के लोकसभा चुनाव में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसी कड़ी में पार्टी ने लखनऊ आस-पास की सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए तैयारी शुरू की है. प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे की संस्तुति पर अवध क्षेत्र के 14 लोकसभा चुनाव के लिए सीनियर कांग्रेसी नेताओं को जिम्मेदारी दी है. जो अपनी रिपोर्ट बनाकर प्रदेश अध्यक्ष व प्रांतीय अध्यक्ष को प्रस्तुत करेंगे.

जारी सूची
इन्हें मिली जिम्मेदारी

2009 के प्रदर्शन को दोहराना चाहती है पार्टी :कांग्रेस की कोशिश है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी कम से कम 20 से 25 सीटों पर जीत हासिल करे. इसी के लिए पार्टी ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी के नेताओं का कहना है कि 'साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 25 सीटें मिली थीं. इसी प्रदर्शन को कांग्रेस दोबारा से प्रदेश में दोहराना चाह रही है. इसके लिए पार्टी ने सभी बड़ी पार्टियों से गठबंधन करने से इनकार किया है. जरूरत पड़ने पर प्रदेश की छोटी-छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करने की भी बात कही है, हालांकि पार्टी नेताओं का यह भी कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष व केंद्रीय नेतृत्व के बीच किस तरह का तालमेल बैठता है उस पर निर्भर करेगा. पार्टी ने अभी प्रदेश में ओबीसी के मुद्दों को लेकर जागरूकता अभियान शुरू किया है. इसी के साथ ही अपनी रणनीति पर भी काम शुरू कर दिया है.'

कांग्रेसी नेताओं को जिम्मेदारी दी गई



65 प्रतिशत जातियों पर है कांग्रेस की नजर :कांग्रेस पार्टी के सूत्रों का कहना है कि 'लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस एक मजबूत जातीय समीकरण बनाने की तैयारी कर रही है. बीते निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मुसलमानों का अच्छा सपोर्ट मिला है, जिसके कारण पार्टी मुरादाबाद मंडल में अच्छा प्रदर्शन करने के साथ ही नगर निगम की 4 मेयर सीट पर दूसरे नंबर पर रही है, जबकि कानपुर जैसे बड़े महानगर में वह तीसरे नंबर पर रही. इसी को देखते हुए कांग्रेस पार्टी प्रदेश में 65% जातीय समीकरण बैठाने की कोशिश कर रही है, जिसमें 17% मुस्लिम, 22% दलित व 25% ओबीसी व अन्य कास्ट शामिल हैं, जो किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ी हुई हैं. इन तीनों का गठजोड़ तैयार कर कांग्रेस उत्तर प्रदेश के चुनाव में जाने की तैयारी कर रही है. पार्टी ने इन तीन प्रमुख जातियों के कुल प्रतिशत का दो तिहाई वोट पाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, ताकि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी के साथ कड़ा मुकाबला कर सके.

जारी पत्र



प्रदेश नेतृत्व व केंद्रीय नेतृत्व के बीच बढ़ रही तकरार :वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अपने अंदरूनी गुटबाजी से उभरती नजर नहीं आ रही है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि 'प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय नेतृत्व के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. खासतौर पर उत्तर प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की टीम व प्रदेश अध्यक्ष के बीच मनमुटाव लगातार सतह पर आ रहा है. बीते दिनों पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने उत्तर प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष द्वारा नियुक्त किए गए 2 जिलों के कार्यवाहक अध्यक्ष की नियुक्ति को निरस्त कर दिया है. सूत्रों का कहना है कि महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश अध्यक्ष ब्रजलाल खाबरी के आदेश को पलटते हुए झांसी व जौनपुर में कार्यवाहक जिलाध्यक्षों की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से निरस्त करते हुए अपने पत्र में कहा है कि सांगठनिक प्रक्रिया को पूरा किए बिना झांसी व जौनपुर जिले में कार्यवाहक अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है, इन नियुक्तियों में राष्ट्रीय अध्यक्ष का अनुमोदन जरूरी होता है'.

यह भी पढ़ें : दलितों व मुसलमानों के मौजूदा हालात के लिए कांग्रेस-बीजेपी की सरकारें दोषी : मायावती

ABOUT THE AUTHOR

...view details