लखनऊ:सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में प्राथमिक छात्रों की संख्या सबसे अधिक है. इन बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए योगी सरकार कक्षाएं नियमित करने, यूनिफॉर्म और किताबें उपलब्ध कराने, भवनों के नवीनीकरण और हर बच्चे को मिड डे मील प्रदान करने पर ध्यान दे रही है. लेकिन इसके बावजूद भी इन विद्यालयों की सुविधाओं पर भारी कमी है.
जी हां ईटीवी भारत की इस रिपोर्ट में आज हम आपको राजधानी के निराला नगर स्थित कम्पोजिट विद्यालय के बारे में बताएंगे, कि कैसे ये विद्यालय साफ तौर पर यूपी सरकार के बड़े-बड़े दावे और वादों की पोल खोतला नजर आ रहा है. इस स्कूल में पिछले एक साल से बिजली का कनेक्शन नहीं है. इसके चलते बच्चे गर्मी में ही अपनी शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर है.
दरअसल, कम्पोजिट विद्यालय में 70 से अधिक बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते हैं. लेकिन आलम यह है कि पिछले एक साल से इस स्कूल में बिजली का कनेक्शन ही नहीं है. इतना ही नहीं फर्नीचर टूटे हुए हैं, जिससे बच्चों को खासा दिक्कते होती हैं. वहीं, ETV BHARAT से खास बातचीत में बच्चों ने बताया कि बिजली नहीं होने के कारण उन्हें गर्मी में ही पढ़ाई करनी पड़ती है. वह हवा के लिए खिड़कियां खोलते हैं. मगर धूप के कारण उन्हें उससे भी राहत नहीं मिलती.