लखनऊ. विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही विधानसभा से जुड़ी सभी समितियों को निष्प्रभावी घोषित करते हुए समाप्त कर दिया गया है. अधिसूचना विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की सदस्यता को भी समाप्त किया गया है. यही नहीं, अब सभी विधायक नया सदन बनने तक शक्ति विहीन हो गए हैं.
दरअसल, 10 मार्च को विधानसभा चुनाव 2022 का परिणाम आने के बाद 11 मार्च को आचार संहिता वापस ले ली गई है. इसके बाद 17वीं विधानसभा में निहित सभी शक्तियों को समाप्त करने की घोषणा कर दी गई है. इस विधानसभा के सभी सदस्यों की सदस्यता भी समाप्त हो चुकी है. वहीं, इस संबंध में विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने बताया कि न केवल सभी समितियां भंग कर दी गईं हैं बल्कि सभी सदस्यों की सदस्यता समाप्त हो गई है.