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वाराणसी के मानसिक अस्पताल में मरीजों की मौत मामले में जांच समिति ने जिलाधिकारी को सौंपी रिपोर्ट

वाराणसी मानसिक अस्पताल में मरीजों की मौत मामले में जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने जांच के आदेश दिए थे. जांच के दौरान अस्पताल में तमाम खामियां पाई गई हैं. जांच समिति ने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है.

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मानसिक अस्पताल वाराणसी

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Published : Jun 15, 2022, 3:30 PM IST

वाराणसी: जिले के पांडेयपुर स्थित मानसिक अस्पताल में एक सप्ताह के भीतर पांच लोगों की मौत हो चुकी है. बुधवार को भी अस्पताल में भर्ती एक महिला ने दम तोड़ दिया है. इस मामले में जिलाधिकारी वाराणसी ने सीएमओ के निर्देशन में बनाई टीम को जांच के निर्देश दिए थे. टीम ने लगातार हुई मौत होने के कारणों और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की जांच पूरी कर ली है.

मानसिक चिकित्सालय में मरीजों की मौतों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को एडीएम प्रोटोकॉल और सीएमओ की जांच समिति गठित की थी. दोनों अधिकारी बुधवार को जांच करने पहुंचे तो उन्हें अस्पताल में तमाम खामियां मिली थीं. दोनों अफसरों का कहना है कि उन्होंने अस्पताल में मिली खामियों के संबंध में अपनी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है. अब जल्द ही मामले में जिला प्रशासन की तरफ से कार्रवाई हो सकती है.

बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात महिला की तबीयत खराब हुई. इस दौरान अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मौजूद था और उसे किसी अन्य अस्पताल के लिए रेफर भी नहीं किया गया. इसके चलते उपचार के अभाव में महिला की बुधवार को मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक महिला को वाराणसी सीजेएम के आदेश पर भर्ती किया गया था. इसके अलवा मंगलवार को भी दो मरीजों की मौत हुई थी. इसमें अस्पताल में भर्ती सारनाथ निवासी श्रेया और एक आजमगढ़ निवासी 50 वर्षीय मरीज शामिल है. श्रेया की मौत की सूचना पर परिजनों ने मानसिक अस्पताल की निदेशक डॉ. लिली श्रीवास्तव और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया था. इसके कुछ देर बाद आजमगढ़ निवासी मरीज की भी मौत हो गई थी. मानसिक स्थिति ठीन न होने के कारण वह अपना नाम और पता नहीं बता पाया था. उसे आजमगढ़ न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर भर्ती किया गया था.

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बीते 8 जून को मानसिक अस्पताल में भर्ती बांदा जिले का कैदी हरिशंकर सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर भाग गया था. इसके बाद अस्पताल कर्मियों ने एक बंदी की जमकर पिटाई कर दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. 9 जून को बांदा से आए बंदी राहुल उपाध्याय की मौत हो गई थी. इसके एक दिन बाद 10 जून को बस्ती जिले के एक मरीज दिलीप मिश्रा की मौत हो गई थी.

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