लखनऊ:राजधानी स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किए गए ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म 'स्लेट'(स्ट्रैटेजिक लर्निंग एप्लीकेशन फॉर ट्रांसफॉर्मेटिव एजुकेशन) का लाभ अब अन्य कॉलेज और दूसरे विश्वविद्यालय भी उठा सकेंगे. विश्वविद्यालय की ओर से एक निर्धारित फीस लेकर इसका फायदा देने का फैसला लिया गया है. लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि स्लेट के उत्कृष्ट प्रदर्शन और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के मुकाबले इसकी गुणवत्ता के कारण, लखनऊ विश्वविद्यालय कॉलेजों और अन्य विश्वविद्यालय को मामूली शुल्क के आधार पर इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करने की पेशकश कर रहा है.
क्या है स्लेट
लखनऊ विश्वविद्यालय में 2020 में एक ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म तैयार किया है. स्ट्रैटेजिक लर्निंग एप्लीकेशन फॉर ट्रांसफॉर्मेटिव एजुकेशन (SLATE) के माध्यम से यहां ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. इसका कॉपीराइट भी लखनऊ विश्वविद्यालय के पास है. विश्वविद्यालय नामांकन करने वाले संस्थानों को प्रशिक्षण भी देगा और उन्हें बैकअप भी प्रदान करेगा.
कॉलेज और अन्य विश्वविद्यालय भी फीस देकर उठा सकते हैं LU के 'SLATE' का लाभ
लखनऊ विश्वविद्यालय ने खुद तैयार किए गए ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म 'स्लेट'(स्ट्रैटेजिक लर्निंग एप्लीकेशन फॉर ट्रांसफॉर्मेटिव एजुकेशन) का लाभ अन्य कॉलेज और दूसरे विश्वविद्यालयों को देने के लिए पेशकश की है. विश्वविद्यालय इसके लिए एक निर्धारित फीस भी वसूलेगा. इसकी जानकारी विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव ने दी.
LU के 'SLATE' का लाभ
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स्लेट में इन सुविधाओं के हैं दावे
- मल्टीफॉरमेट सपोर्ट
- ऑनलाइन शिक्षा का 24x7 एक्सेस
- ऑफलाइन कक्षाओं का संवर्धन
- टाइम टेबल मैनेजमेंट
- छात्र उपस्थिति की निगरानी
- मेम्बर्स ओनली एक्सेस, जिससे बाहरी डिस्टर्बेंस सीमित होता हैं
- फीडबैक व्यवस्था
- आसान पारदर्शी तौर पर छात्र मूल्यांकन