लखनऊ : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार की शाम सिटी मॉन्टेसरी स्कूल की ओर से आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 22वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ का ऑनलाइन शुभारम्भ किया. अपने अभिभाषण में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 51 ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना से परिपूर्ण है, जो विश्व में शान्ति व भाईचारा की हमारी भावना को प्रदर्शित करता है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि सस्टेनबल डेवलपमेन्ट एवं वैश्विक समस्याओं के निराकरण के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है. ऐसे में यह सम्मेलन विश्व मानवता के कल्याण एवं भावी पीढ़ी के सुखमय भविष्य के लिए लाभकारी साबित होगा. ऐसा मेरा विश्वास है. देशों के बीच आपसी समझ और सामन्जस्य आज की महत्वपूर्ण आवश्यकता है. रक्षा मंत्री ने बच्चों के आधिकारों और विश्व व्यवस्था के महत्वपूर्ण मुद्दे पर आवाज उठाने के लिए सीएमएस संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को बधाई दी.
सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहीं लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से सीएमएस विश्व के बच्चों के लिए विश्व एकता की दिशा में एक नया भविष्य निर्मित कर रहा है. साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी नये आयाम स्थापित कर रहा है.
सम्मेलन के प्रतिभागी देशों में अल्जीरिया, अर्जेन्टीना, आस्ट्रेलिया, अजरबैजान, बोस्निया एण्ड हर्जेगोविना, ब्राजील, बुरूण्डी, केप वर्डे, कैमरून, कोमोरोस, कोस्टारिका, क्रोएशिया, इक्वाडोर, इजिप्ट, इश्वातिनी, फिजी आइसलैण्ड, जर्मनी, घाना, गुयाना, हैती, इटली, जापान, किर्गिज रिपब्लिक, लेसोथो, माल्टा, मैक्सिको, मॉरीशियाना, मंगोलिया, मोरक्को, म्यांमार, नेपाल, नीदरलैण्ड, पेरू, फिलीपीन्स, रोमानिया, रूस, स्लोवेनिया, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, श्रीलंका, सूरीनाम, स्विटजरलैण्ड, थाईलैण्ड, त्रिनिदाद एण्ड टोबैगो, तुवालू, यूक्रेन, यूनाइटेड किंगडम, यू.एस.ए., युगाण्डा एवं भारत प्रमुख हैं.
मुख्य न्यायाधीशों के इस सम्मेलन में संयुक्ता भाटिया ने विश्व के न्यायविदों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए इस्वातिनी के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति भेकी महापाला को ऑनलाइन प्रजेन्टेशन की ओर से लखनऊ शहर की चाबी भेंटकर सम्मानित किया. इस अवसर पर न्यायमूर्ति भेकी महापाला ने कहा कि विश्व के ढाई अरब बच्चों को सुरक्षित भविष्य का अधिकार दिलाना एक ऐसा मुद्दा है जो विश्व में एकता, शान्ति व सौहार्द की स्थापना से ही संभव है.