लखनऊ: केजीएमयू में मरीजों की स्वास्थ्य सेवाओं का हमेशा ही ध्यान रखा जाता है. इसी कड़ी में केजीएमयू में अब कैंसर के मरीजों के लिए एक विशेष थैरेपी की शुरूआत की गई है. केजीएमयू में अब कैंसर से पीड़ित मरीजों को बेहतर इलाज के लिए कोबाल्ट थैरेपी भी दी जाएगी, जिससे कि कैंसर के गंभीर मरीजों को बेहतर चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं केजीएमयू में मिल सकें.
समय पर मिलेगा मरीजों को इलाज
केजीएमयू में कैंसर के मरीजों को लंबा इंतजार न करना पड़े और समय पर कैंसर के इलाज की चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर तरीके से मिल पाएं, इस बात को ध्यान में रखते हुए केजीएमयू में कैंसर मरीजों का इलाज अब कोबाल्ट थैरेपी से होगा. इस थैरेपी से कैंसर सेल पर अचूक प्रहार किया जा सकेगा. केजीएमयू में अभी कैंसर के मरीजों को इरीडियम किरणों से थेरेपी दी जाती है. इस थैरेपी में किरणों का सोर्स 3 महीनों में खत्म हो जाता है, और इसे बार-बार बदलना पड़ता है. वहीं कोबाल्ट का रेडिएशन 5 साल तक चलता है. ऐसे में कैंसर के इलाज में दी जाने वाली थेरेपी को बार-बार देने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे कि मरीज के शरीर की इम्यूनिटी भी मजबूत बनी रहेगी और बार-बार मरीज को अस्पताल के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे. इसके साथ ही समय पर सटीक इलाज भी कैंसर के गंभीर मरीजों को मिल पाएगा.