उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

सीएमओ दफ्तर के अधिकारी ने दी महिला स्वास्थ्यकर्मी का सिर फोड़ने की धमकी, बना रहा था ऐसा दबाव

लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के एक विवादित अफसर का नया कारनामा सामने आया है. इस बार अफसर पर महिला स्वास्थ्यकर्मी ने मनमाना भुगतान का बिल बनाने को लेकर धमकाने का आरोप लगाया है. फिलहाल सीएमओ ने जांच का आदेश दिया है.

Etv Bharat
Etv Bharat

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 2, 2024, 7:47 PM IST

लखनऊ :मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) आफिस के एक विवादित अफसर का नया कारनामा सामने आया है. इस बार अफसर ने महिला स्वास्थ्यकर्मी पर गाइड लाइन को दरकिनार कर अधिक भुगतान किए जाने का दबाव बनाया है. महिला स्वास्थ्यकर्मी के मना किया करने पर भड़के अफसर ने महिला का सिर फोड़ने की धमकी दी है. महिला स्वास्थ्यकर्मी ने मामले की लि​खित ​शिकायत सीएमओ से की है. मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं.




सीएमओ आफिस में एनएचएम के तहत संविदा पर अर्बन हेल्थ कॉर्डिनेटर महिला तैनात है. एनएचएम- एनयूएचएम के जिला नोडल अफसर डॉ. आएन सिंह हैं. आरोप है कि डाॅ. आरएन सिंह ने महिला स्वास्थ्यकर्मी पर पेट्रोल मद का भुगतान गाइड लाइन से अधिक किए जाने का दबाव बनाया. जबकि प्रति माह चार हजार रुपये भुगतान का नियम है. महिला स्वास्थ्यकर्मी ने अधिक भुगतान करने से मना कर दिया. इस पर नोडल अफसर भड़क उठे और महिला स्वास्थ्यकर्मी से अभद्रता करते हुए उसका सिर फोड़ने की धमकी दी. सार्वजनिक अभद्रता किए जाने से महिला स्वास्थ्यकर्मी आहत हुई. महिला ने इसकी शिकायत सीएमओ से की है. सीएमओ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. सीएमओ डॉ. मनोज के मुताबिक दोनों पक्षों के बयान दर्ज होने बाद आगे की कार्रवाई होगी.


गेटेड कॉलोनी में नोडल ने एलॉट किया था भवन :हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नोडल ने मड़ियांव के सत्यलोक गेटेड कॉलोनी में स्वास्थ्यकर्मी के घर पर केंद्र खुलवाया था. इसे लेकर विभाग की खूब फजीहत हुई. शासन से रिपोर्ट तलब हुई तो नोडल को जांच अधिकारी बना दिया गया. जांच अधिकारी ने मामले में लीपापोती करके अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी.

मलाईदार 14 विभागों की अकेले कमान संभाले : सीएमओ आफिस में 14 मलाईदार विभागों की कमान डॉ. आरएन सिंह को सौंपी रखी गई है. दूसरे अफसरों पास तीन-चार विभागों की जिम्मेदारी है. आरोप है कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर समेत दूसरे विभागों के नोडल होने बाद भी केंद्रों का निरीक्षण नहीं किया जाता है. ऐसे में वेलनेस सेंटर से आए दिन डॉक्टर गायब रहते हैं. सबसे अहम बात यह है कि जांच व दवा के इंतजाम तक इनके जरिए नहीं परखे जा रहे हैं.




यह भी पढ़ें : लखनऊ के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल की पैथोलॉजी में लगी आग, मरीजों की मची भगदड़

सीएमओ डॉ. जितेंद्र पाल की कोरोना से मौत, PGI में थे भर्ती

ABOUT THE AUTHOR

...view details