लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए वैक्सीनेशन किया जा रहा है. प्रथम चरण के तहत जिन स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन नहीं लग पाई है, उनको 15 फरवरी को वैक्सीन लगाई जाएगी. इससे पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय भटनागर ने राजधानी लखनऊ स्थित सभी निजी चिकित्सा संस्थानों को पत्र लिखकर 12 फरवरी से पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं.
15 फरवरी को स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगा टीका, CMO ने दिए निर्देश - मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय भटनागर
राजधानी लखनऊ में 15 फरवरी को पहले चरण में छूटे हुए स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा. इसके लिए सीएमओ ने निजी अस्पतालों को स्वास्थ्य कर्मचारियों की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
स्वास्थ कर्मचारियों को दिया जाएगा मौका
कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है. प्रथम चरण के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगानी है. प्रथम चरण के तहत उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है. 5 फरवरी को प्रथम चरण के तहत पहली डोज लगाने का कार्य पूरा कर लिया गया है. हालांकि अभी भी बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारी छूट गए हैं, जिन्हें 15 फरवरी को वैक्सीन लगवाने का मौका दिया जाएगा.
वेबसाइट पर भेजनी है डिटेल
15 फरवरी को होने वाले वैक्सीनेशन को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय भटनागर ने राजधानी लखनऊ के सभी निजी चिकित्सालय, नर्सिंग होम, डायग्नोस्टिक सेंटर, क्लिनिक, डेंटल क्लिनिक को पत्र लिखकर 12 फरवरी तक मेल आईडी diolucknow2020@gmail.com पर निर्धारित प्रारूप में स्वास्थ्य कर्मचारियों का विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं.
निजी चिकित्सा संस्थानों ने नहीं उपलब्ध कराई जानकारी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से निजी चिकित्सा संस्थानों को लिखे गए पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि बड़ी संख्या में निजी चिकित्सा संस्थानों ने स्वास्थ्य कर्मचारियों के संदर्भ में जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है. ऐसे में निजी चिकित्सा संस्थानों को 12 फरवरी तक स्वास्थ्य कर्मचारियों के संदर्भ में जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है. पत्र में स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि यदि संस्थान कर्मचारियों के संदर्भ में जानकारी उपलब्ध नहीं कराते हैं और उनके कर्मचारियों को वैक्सीन नहीं लग पाती है तो इसके जिम्मेदार खुद संस्थान होंगे.