लखनऊ:कोरोना वैक्सीनेशन के लिए निजी अस्पतालों से उनके स्टाफ और कर्मचारियों का ब्योरा मांगा गया था. बावजूद इसके निजी अस्पताल अपने कर्मचारियों का ब्योरा देने में लापरवाही बरत रहे हैं. इसको लेकर लखनऊ सीएमओ संजय भटनागर ने नाराजगी जाहिर की है. राजधानी लखनऊ में निजी अस्पतालों की संख्या 750 के करीब हैं, जबकि छोटे और बड़े सरकारी अस्पतालों की संख्या 250 के करीब है. सीएमओ ने बताया कि पहले चरण में 40 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है.
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए दिए गए थे निर्देश
कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय भटनागर ने लखनऊ के निजी अस्पतालों से उनके यहां काम कर रहे स्टाफ का ब्योरा मांगा था, जिससे कोरोना वैक्सीनेशन का काम आसान किया जा सके, लेकिन करीब आधा दर्जन से ज्यादा निजी अस्पतालों ने स्टाफ का ब्योरा ही नहीं दिया है, जिसको लेकर सीएमओ ने नाराजगी जाहिर की है. उनका कहना है कि जल्दी ऐसे अस्पतालों से कठोर पूछताछ की जाएगी. उन्होंने बताया कि अभी तक सरकारी अस्पतालों ने 14,044 व प्राइवेट अस्पतालों ने 21 हजार 223 डॉक्टरों व कर्मचारियों की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पहले चरण में 40 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है.
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