लखनऊः प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की राजनीति में नफा नुकसान का दांव आजमा रही योगी सरकार ने मथुरा बॉर्डर पर फंसे हजारों मजदूरों को यूपी में प्रवेश की अनुमति नहीं दी. मुख्यमंत्री ने इस मामले में कांग्रेस पर नकारात्मक और ओछी राजनीति का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि औरैया में प्रवासी श्रमिकों की मौत के लिए जिम्मेदार एक ट्रक पंजाब से तथा दूसरा राजस्थान से आया था.
श्रेय की होड़ में मजदूर अधर में
दरअसल, प्रवासी श्रमिकों की मदद का श्रेय लेने की कोशिश में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच हजारों मजदूर फुटबॉल बनकर रह गए हैं. कांग्रेस का दावा है कि राजस्थान में फंसे यूपी के मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए उन्हें 600 बसों से भेजा गया है. बसों में सवार श्रमिक मथुरा में बॉर्डर पर खड़े हैं, लेकिन योगी सरकार उन्हें उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दे रही हैं. इस तरह बेकसूर मजदूर बार्डर पर कई घंटों से परेशान हैं.
बस रोकने के पर सीएम की प्रतिक्रिया
मथुरा बॉर्डर पर रविवार को पहुंचे श्रमिकों की बस को रोकने के बाद योगी सरकार ने शाम तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. देर शाम 8:30 बजे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस की निंदा करने वाला बयान जारी किया. लगातार कई ट्वीट के जरिए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार इस विश्वव्यापी कोरोना संकट के समय अपने प्रवासी कामगारों- श्रमिकों की सकुशल एवं सम्मानजनक वापसी का कार्य पूरी प्रतिबद्धता से कर रही है.
श्रमिकों की बस मथुरा बॉर्डर पर अटकी, सीएम योगी ने कांग्रेस पर साधा निशाना - बस रोकने के बाद सीएम का ट्वीट
मथुरा बॉर्डर पर राजस्थान से आ रही श्रमिक बसों को रोकने के बाद सीएम योगी ने देर शाम ट्वीट करके कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस सरकारों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि राजस्थान और पंजाब से आई ट्रकों से ही यूपी में बड़े हादसे हुए हैं.
सीएम का ट्वीट-
सीएम ने किया श्रमिकों की सम्मानजनक वापसी का दावा
राजस्थान पंजाब अथवा जो भी राज्य सरकार प्रवासी कामगारों-श्रमिकों की सूची उत्तर प्रदेश सरकार को उपलब्ध करवा रही है उस राज्य से उनकी सुरक्षित एवं सम्मानजनक वापसी के लिए श्रमिक एक्सप्रेस और अन्य सुरक्षित साधन लगाए गए हैं. प्रदेश सरकार ने 12000 यूपी रोडवेज की बसों और प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी के स्तर पर 200 अतिरिक्त बसें प्रवासी कामगारों और श्रमिकों की सेवा में लगाई है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी की ओर से नकारात्मक एवं ओछी राजनीति की जा रही है. इसकी निंदा की जानी चाहिए.
प्रियंका ने मांगी अनुमति
इससे पहले प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे वीडियो संदेश में उन से अनुरोध किया है कि हजारों श्रमिक और कामगार उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर खड़े हैं, उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाए.
राजनीति में मजदूरों की दुर्दशा
वहीं अब मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया के बाद मथुरा बॉर्डर पर खड़े हजारों श्रमिकों और कामगारों के घर पहुंचने की उम्मीद टूटती दिखाई दे रही है. भाजपा और कांग्रेस की मजदूरों के मसीहा बनने की होड़ में मजदूरों को कितनी यातना से गुजरना होगा यह तो भविष्य ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि दोनों बड़े राजनीतिक दलों ने मजदूरों को फुटबॉल बनाकर छोड़ दिया है.