लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, सीएमओ और टीम-11 के सदस्यों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. इस दौरान सीएम योगी ने प्रदेश में रविवार को वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है. यूपी में सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को तालाबंदी रहेगी. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी बाजार दफ्तर बंद रहेंगे. प्रदेश में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन न मिलने की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया गया है.
पूरे यूपी में रविवार को लॉकडाउन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के सभी ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में रविवार को साप्ताहिक बंदी होगी. इस अवधि में केवल स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और आपातकालीन सेवाएं ही संचालित होंगी. इस संबंध में आवश्यक जागरुकता कार्य भी किए जाएं.
मास्क न लगाने वालों पर लगेगा भारी जुर्माना
बैठक के दौरान आम लोगों के मास्क लगाए जाने पर गंभीरता से विचार किया गया. सीएम ने अफसरों से कहा कि प्रदेश में सभी के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है. पहली बार बिना मास्क के पकड़े जाने पर 1000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. अगर दूसरी बार बिना मास्क के पकड़ा जाता है, तो दस गुना अधिक जुर्माना लगाया जाएगा. यानि कि दूसरी बार बिना मास्क के पकड़े जाने पर दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.
उद्योगों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की कमिश्नर अनीता सिंह ने जारी आदेश में कहा कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण प्रदेश में आक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ी है. ऐसे में अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग एवं आपूर्ति की स्थिति को देखते हुए उद्योगों को दी जाने वाली ऑक्सीजन की आपूर्ति तत्काल प्रभाव से रोकी जा रही है, जिससे कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाई जा सके. ऐसी स्थिति में मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादकों अथवा रिफिल कर्ताओं के प्लांट में उत्पादित या रिफिल किया गया ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पतालों के लिए ही सप्लाई होगा. फिलहाल उद्योगों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद की जा रही है.
प्रयोगशालाएं पूरी क्षमता के साथ करें काम
बैठक के दौरान निर्देश दिए गए कि कोविड टेस्ट के लिए सरकारी और निजी प्रयोगशालाएं पूरी क्षमता के साथ कार्य करें. इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है. कोविड टेस्टिंग के लिए शासन स्तर पर दरें भी तय की जा चुकी हैं. जिला प्रशासन क्वॉलिटी कंट्रोल के साथ इन व्यवस्थाओं को लागू किया जाना सुनिश्चित करें. सीएम ने कहा है कि प्रदेश के सभी शासकीय चिकित्सालयों में ओपीडी सेवाएं स्थगित रखी जाएं. इस समय भीड़ संक्रमण को बढ़ाने वाला हो सकता है. ओपीडी सेवाओं के लिए टेलीकंसल्टेशन को बढ़ावा दिया जाए. सरकारी चिकित्सालयों में केवल आपातकालीन सेवाएं ही संचालित हों. मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का आयोजन 15 मई तक स्थगित रखा जाए.
लखनऊ के कई अस्पताल बन रहे हैं कोविड अस्पताल
सीएम ने कहा कि लखनऊ के केजीएमयू, बलरामपुर चिकित्सालय और कैंसर इंस्टिट्यूट को डेडीकेटेड कोविड चिकित्सालय बनाया जा रहा है. इससे कोविड मरीजों के उपचार के लिए और अच्छी सुविधा प्राप्त हो सकेगी. इसी प्रकार, एरा मेडिकल काॅलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल काॅलेज, इंटीग्रल मेडिकल काॅलेज, मेयो मेडिकल काॅलेज तथा हिन्द मेडिकल काॅलेज को पूरी तरह डेडीकेटेड कोविड हाॅस्पिटल घोषित किया गया है. यहां अतिशीघ्र सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं. आपातकालीन सेवाओं के लिए लखनऊ में ट्रॉमा सेंटर का संचालन सुचारू रखा जाए.
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'हमारे पास कोविड प्रबंधन का अच्छा अनुभव'
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पास कोविड प्रबंधन का बेहतरीन अनुभव है. हमारी नीति और नीतियों को वैश्विक स्तर पर सराहना मिली है. कोविड-19 की इस लड़ाई में हमारी जीत निश्चित है. प्रदेश के प्रत्येक नागरिक की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है. कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सभी के हित में है. मास्क, सैनिटाइजेशन और शारीरिक दूरी को हमें अपनी जीवनशैली में शामिल करना होगा.
'होम आइसोलेशन वाले लोगों का ध्यान रखा जाए'
होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों के बारे में भी बैठक में चर्चा की गई. इस दौरान कहा गया कि लोगों की सुविधाओं और जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए. ऐसे मरीजों को सभी प्रकार की आवश्यक दवाओं को समाहित करते हुए मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए. मेडिकल किट में न्यूनतम एक सप्ताह की दवा जरूर हो. दवाओं की कहीं कोई कमी नहीं है. इस कार्य की हर दिन समीक्षा की जाए.
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नियत समय पर बैठक करने के निर्देश
चर्चा के दौरान यह भी कहा गया कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में प्रतिदिन डीएम, पुलिस कप्तान और सीएमओ नियत समय पर बैठक करें. स्थानीय स्थिति की समीक्षा कर वो आगे की रणनीति तय करें. अस्पताल में इलाजरत तथा होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की जरूरतों और समस्याओं का पूरा ध्यान रखें. सीएम हेल्पलाइन 1076 के माध्यम से मरीजों से लगातार संवाद बनाया रखा जाए. हर दिन की स्थिति से मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराया जाए. प्रदेश के सभी जिलों में, ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य अभियान के रूप में संचालित किया जाए. आमजन को भी इन कार्यों की महत्ता से अवगत कराया जाए.
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