लखनऊ:संविधान दिवस के मौके पर लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि हमारा संविधान धर्म के पालन की स्वतंत्रता देता है. मगर हमारे व्यक्तिगत धर्म के ऊपर राष्ट्र धर्म भी होता है. जैसे-जैसे देश आगे बढ़ रहा है. हमारे राष्ट्रधर्म को तोड़ने के लिए षड्यंत्र बढ़ते जा रहे हैं. मगर यूपी में यह स्वीकार नहीं होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के संविधान के मुताबिक हम अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करें ऐसी भावना रखते हैं. यह अवसर हम सबके लिए विशिष्ट है. हम सबको यह नहीं भूलना चाहिए कि धर्म के साथ राष्ट्रधर्म का भी ध्यान रखना चाहिए. जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे भारत विरोधी षड्यंत्र भी बढ़ रहे हैं.
हमको उनका भी ध्यान रखना होगा. प्रदेश में पिछले चार साल में रूल ऑफ लॉ को लांगू किया गया है. प्रदेश का नाम अब देश में बदल गया है. यह अंतर रूल ऑफ लॉ की वजह से आया है. देश दुनिया में 2017 से पहले देश और दुनिया में यूपी के प्रति भावना दूसरी थी, मगर अब यूपी की कानून-व्यवस्था अब एक नजीर बन गई है.
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योगी ने कहा कि अधिवक्ता कल्याण के लिए 1500 करोड़ की राशि आवंटित कर दिया गया है. युवा अधिवक्ता के लिए पुस्तक खरीद पर आर्थिक सहायता दिए जाने का शासनादेश कर दिया है. योगी ने कहा कि अधिवक्ता के चेंबर के लिए हम जिलों में धनराशि अवमुक्त की जा रही है.
योगी ने कहा कि अब कोई निवेश के लिए आता है तो वह यूपी को चुनता है. 44 योजनाओं में नम्बर एक है. यहां रूल ऑफ लॉ लागू करने के लिए पास्को कोर्ट को विकसित किया. न्यायालय को ताकतवर किया. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बनाई जानी है. अधिवक्ता समुदाय के हितों के लिए काम किए.