लखनऊ: उत्तर प्रदेश में ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं. अब यूपी में एंट्री करने के लिए 3 फीसदी पॉजिटिविटी दर से अधिक वाले राज्यों से आने वालों को निगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाना होगा. बगैर निगेटिव रिपोर्ट के यूपी में एंट्री नहीं मिलेगी. बीते 24 घंटे में 56 नए मरीजों की पुष्टि हुई, जबकि 69 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए. वहीं 2 लाख 54 हजार 771 कोविड सैंपल की जांच की गई. इस अवधि में पॉजिटिविटी दर 0.02% रही. प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6% है. अब तक 16 लाख 83 हजार से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं.
यूपी के सात जनपदों अलीगढ़, चित्रकूट, हाथरस, कसगंज, महोबा, शामली और श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है. यह जनपद रविवार को कोविड संक्रमण से मुक्त हैं. यह स्थिति संतोषजनक है. विगत दिवस किसी भी जिले ने दोहरे अंक में नए केस की पुष्टि नहीं हुई. 47 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 28 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए. यह स्थिति बताती है कि प्रदेश में हर नए दिन के साथ कोविड महामारी पर नियंत्रण की स्थिति और बेहतर होती जा रही है. ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं.
कोरोना महामारी की नियंत्रित स्थिति के बीच अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी. ऐसे में 3 फीसदी पॉजिटिविटी दर से अधिक वाले राज्यों से उत्तर प्रदेश आने वाले लोगों के लिए निगेटिव आरटीपीसीआर की रिपोर्ट अनिवार्य की जानी चाहिए. यह रिपोर्ट चार दिनों से अधिक पुरानी न हो. ऐसे राज्यों से उत्तर प्रदेश आने वाले लोग अपना कोविड परीक्षण कराकर ही यात्रा प्रारंभ करें. जो लोग टीकाकरण की दोनों खुराक प्राप्त कर चुके हों, उन्हें छूट दी जा सकती है. सड़क, वायु, रेल मार्गों के अलावा निजी साधनों से आ रहे लोगों के लिए भी यह नियम लागू किए जाएं. हाई कोविड पॉजिटिविटी दर वाले राज्यों से उत्तर प्रदेश आने वाले लोगों की गहन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग की जाए. प्रदेश आगमन पर इनके एंटीजन टेस्ट और थर्मल स्क्रीनिंग जरूर की जाए.