लखनऊ: कोरोना वायरस की तीसरी लहर (covid third wave) की आशंका के बीच प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) उससे निपटने के लिए खुद को तैयार करने में लगी हुई है. मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने इस संबंध में टीम-9 के साथ बैठक की. सीएम ने निर्देश दिए हैं कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका देखते हुए सभी जरूरी प्रयास और तैयारियां यथाशीघ्र पूरी की जाएं.
सीएम योगी ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से पीकू/नीकू की स्थापना की कार्रवाई तेज हो. अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू, आइसोलेशन बेड की संख्या 6 हजार 600 से अधिक हो गई है. इसी प्रकार, स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में 5 हजार 850 बेड खास तौर पर तैयार कर लिए गए हैं. वर्तमान में 56 हजार आइसोलेशन बेड और 18 हजार आईसीयू बेड कोविड की जरूरतों के अनुरूप उपलब्ध हैं. इस सुविधा को और विस्तार दिया जाए. सभी जिलों में इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए. साथ अधिकारी इसकी दैनिक समीक्षा करें.
तीसरी लहर से निपटने के लिए सीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश मुख्यमंत्री ने कहा कि कक्षा 6 से आठवीं तक के विद्यालयों में मंगलवार से पठन-पाठन का कार्य शुरू हुआ है. बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए सभी तरह के प्रबंध किए जाएं. विद्यालयों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, इंफ्रारेड थर्मामीटर समेत कोविड से निपटने की सभी सामाग्रियां उपलब्ध रहें. कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए.
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सीएम योगी ने कहा प्रदेश में राष्ट्रपति के प्रस्तावित कार्यक्रमों को देखते हुए सभी जरूरी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं. राष्ट्रपति का कार्यक्रम लखनऊ के साथ-साथ गोरखपुर और अयोध्या में भी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति भवन की मंशा के अनुरूप सभी प्रबंध किए जाएं. आपको बता दें कि गोरखपुर में बनने जा रहे उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय (Ayush University) का शिलान्यास 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) के हाथों होना प्रस्तावित है. लिहाजा, शिलान्यास समारोह को भव्य बनाने की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण स्थल पर जरूरी इंतजाम के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं.
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टीम-9 की बैठक में सीएम योगी ने कहा कि बाढ़, अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए. नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग कर लोगों को राहत पहुंचाई जाए. प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन की टीमे 24×7 एक्टिव मोड में रहें. नौकाएं, राहत सामग्री के उचित प्रबंध कर लिए जाएं. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में देर न करें. प्रभावित परिवारों को हर जरूरी मदद तत्काल उपलब्ध कराई जाए.
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