लखनऊ :सीएम योगी ने रविवार को पर्यटन विभाग के कार्याें की समीक्षा बैठक की. बैठक में सीएम योगी ने कहा कि समन्वित प्रयासों से आज उत्तर प्रदेश नेचर, कल्चर और एडवेंचर का संगम बन रहा है. एक आंकलन के अनुसार, छुट्टियों पर आने वाले पर्यटकों में से 35 प्रतिशत पर्यटकों द्वारा ईको-हॉलिडे बुक करने की संभावना अधिक होती है. जिससे ग्लोबल ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलता है.
प्रदेश में ईको टूरिज्म की असीम संभावनाओं को आकार देने के लिए प्रयास और तेज करने की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ईको टूरिज्म को गति देने के लिए पर्यटन, सिंचाई, वन, आयुष और ग्राम्य विकास आदि विभागों को एकजुट होकर प्रयास करना होगा. इसके लिए प्रदेश में ईको टूरिज्म बोर्ड का गठन किया जाना उचित होगा. बोर्ड में संबंधित विभाहगों के मंत्री, अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव, महानिदेशक/निदेशक के साथ-साथ विशेषज्ञों को भी स्थान दिया जाना चाहिए. सीएम ने कहा कि पर्यटन विभाग को इसका नोडल विभाग बनाया जाना चाहिए. बोर्ड में भारतीय वन सेवा के योग्य अधिकारी को भी स्थान दिया जाए.
बोर्ड गठन की कार्यवाही यथाशीघ्र पूरी की जाए. बोर्ड द्वारा पर्यटन व सांस्कृतिक विरासत मूल्यों का प्रचार-प्रसार, आतिथ्य सत्कार के लिए स्थानीय समुदायों की कौशल क्षमता का निर्माण, पर्यटकों के लिए यात्रा कार्यक्रम तैयार करना, ईको-टूरिज्म साइट का प्रचार-प्रसार, परियोजनाओं के संचालन हेतु पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के साथ समन्वय बनाने जैसे कार्य संपादित किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईको पर्यटन, वन्य जीव एवं अन्य वानिकी कार्यों में स्थानीय लोगों को शामिल किए जाने के लिए 'नेचर गाइड' बेहतर विकल्प हो सकते हैं. इसके लिए योग्य युवाओं का चयन कर इनका बेहतर प्रशिक्षण कराया जाए. वन्य जीवों की रिहाइश वाले जंगलों के बीच स्थित गांवों का समुचित व्यवस्थापन कराया जाए. इस कार्य में प्रभावित लोगों की सहमति जरूर ली जाए. सीएम योगी ने कहा कि हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में विकास के लिए उत्तर प्रदेश में असीमित सम्भावनाएं हैं.
कैरियर के बेहतरीन अवसरों के कारण इस क्षेत्र में युवाओं की रुचि बहुत है. इसके लिए राज्य सरकार द्वारा जनपद गोरखपुर में 6 एकड़ के विशाल परिसर में स्टेट होटल प्रबंधन संस्थान की स्थापना कराए जाने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए भूमि का चयन किया जा चुका है. यहां होटल प्रबंधन के विभिन्न उपयोगी पाठ्यक्रमों के साथ-साथ फूड क्राफ्ट के आधुनिक पाठ्यक्रम भी संचालित करने की योजना बनाई जाए, संस्थान की स्थापना के संबंध में कार्यवाही की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि 88,000 ऋषियों की तपोस्थली नैमिषारण्य के समग्र विकास के लिए सरकार संकल्पित है. यह हमारे वैदिक मंथन का अहम केंद्र है. इस पवित्र आध्यात्मिक क्षेत्र को श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा की दृष्टि से विकसित किया जाए. मां ललिता देवी मंदिर का सुंदरीकरण कराया जाए, नैमिषधाम के 05, 14 और 84 कोसी परिक्रमा पथ का विकास किया जाए.
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