लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने गुरुवार को लोक भवन में बताया कि मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सर्विलांस तथा काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग को आवश्यक बताया है. सीएम ने काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग को तेज किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि कोविड पाॅजिटिव के उपचार के साथ-साथ उसके काॅन्टैक्ट्स की ट्रेसिंग पर भी प्रभावी ढंग से फोकस किया जाए.
अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि संक्रमित होने वाले व्यक्तियों के सम्पर्क में आने वाले कम से कम 12 लोगों का काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए. उन्होंने बताया कि कई जनपदों में काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग कम हो रही है, इस कार्य में तेजी लाई जाए. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि टेस्टिंग लैब्स पूरी क्षमता के अनुसार कार्य करें. बुधवार को प्रदेश में की गई कोविड-19 की एक लाख 49 हजार से अधिक टेस्टिंग का संज्ञान लेते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक संख्या में आरटी-पीसीआर तथा रैपिड एन्टीजन टेस्ट किए जाएं. प्रत्येक जनपद में आरटी-पीसीआर जांच क्षमता के अनुसार की जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड-19 की जांच में सभी मानकों का पालन हो.
अपर मुख्य सचिव अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने जनपद प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर नगर तथा गोरखपुर पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि कार्य योजना बनाकर इन जिलों की चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए. जनपद प्रयागराज में बेडों की संख्या बढ़ाई जाए. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि प्रयागराज में कुम्भ के समय निर्मित इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर का उपयोग कोविड-19 के नियंत्रण में किया जाए. वर्तमान में इसे कोविड कमांड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर के तौर पर संचालित किया जाए.
कोविड अस्पताल पूरी क्षमता से कराएं संचालित
अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी कोविड चिकित्सालयों को पूरी क्षमता के अनुरूप संचालित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यकतानुसार मैन पावर में वृद्धि की जाए. एल-2 कोविड अस्पतालों में विशेषज्ञों की तैनाती की जाए. कोरोना से सतर्कता एवं बचाव पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में निरंतर जागरूकता बढ़ाई जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड-19 के गम्भीर रोगियों को अस्पतालों में भर्ती किए जाने के सम्बन्ध में कोई दिक्कत न हो. उन्होंने उपचार व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश देते हुए कहा कि मृत्यु दर में और कमी आनी चाहिए.