लखनऊ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर अयोध्या के विकास कार्यों में तेजी लाए जाने, नवनिर्मित मेडिकल कॉलेजों में सारी सुविधाएं व्यवस्थित करने, तहसील और थाना दिवस में जन समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनता की संतुष्टि ही अधिकारियों की कुशलता का मानक है.
बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को कहा कि जन समस्याओं, शिकायतों, अपेक्षाओं के त्वरित समाधान के लिए तहसील दिवस और थाना दिवस का आयोजन शुरू किया गया है. इसमें प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों का निराकरण कतई लंबित न रखें. लोगों के शिकायती पत्रों पर संवेदनशीलता बरतें. मुख्यमंत्री ने कहा कि आईजीआरएस के प्रकरणों का प्राथमिकता के साथ निस्तारण किया जाए. विभागवार इसकी अद्यतन स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराया जाए. प्रत्येक विभाग आने वाली शिकायतों का निस्तारण करें. जिन विभागों में अधिकारियों के स्तर पर निस्तारण में रुकावट आती है या देरी होती है, तो उनकी जवाबदेही तय की जाए.
मेडिकल कॉलेजों के लिए नोडल अफसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के नौ जिलों में जल्द ही मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण होने जा रहा है. इन मेडिकल कॉलेजों की प्रयोगशाला, पुस्तकालय, शिक्षक, सहायक कार्मिक, उपकरण आदि के संबंध में अवशेष कार्यों को तेजी के साथ पूरा किया जाए. सभी नौ मेडिकल कॉलेजों के लिए एक-एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर कार्यों की दैनिक समीक्षा की जाए. जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 जुलाई को प्रदेश के नवनिर्मित मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करेंगे.
अयोध्या के विकास पर सरकार का जोर
सीएम योगी ने बैठक के दौरान अयोध्या के विकास को प्राथमिकता में रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या के समग्र विकास के कार्यों की गति तेज करने की आवश्यकता है. प्राथमिकता के आधार तय चरणबद्ध ढंग से कार्यों को पूरा कराया जाए. अंतर्विभागीय समन्वय बनाया जाए. भूमि संबंधी प्रकरणों का त्वरित समाधान कराया जाए. अयोध्या के विकास कार्य से जुड़ी सभी योजनाओं की समीक्षा शासन स्तर पर की जाए. यदि किसी स्तर पर कोई कमी आती है तो बिना देरी किए उसे दूर किया जाए. राम नगरी अयोध्या को वैश्विक पटल पर पहचान दिलाने की सरकार की योजना है.
तेजी से पूरा किया जाए एक्सप्रेस-वे का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है. इसके अवशेष कार्यों को तेजी से पूरा कराएं. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का तेजी से कार्य पूरा किया जा रहा है. वहीं गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर भी सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है.
वरिष्ठ नागरिकों के हेल्पलाइन को मजबूत किया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को त्वरित सहायता के लिए संचालित हेल्पलाइन नम्बर 14567 सेवा को और बेहतर किये जाने की जरूरत है. सीएम हेल्पलाइन 1076 के माध्यम से भी हर दिन न्यूनतम 100 वृद्धजनों को फोनकर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली जाए. उनकी अन्य जरूरतों के बारे में पूछते हुए उनकी समस्याओं का समाधान कराएं. कैंसर की समस्या से ग्रस्त अथवा डायलिसिस कराने वाले मरीजों के इलाज में कतई देरी न हो. मुख्यमंत्री एक बार फिर जॉइंट डायरेक्टर स्तर के अधिकारी को जिले में भेजने के निर्देश दिए हैं.
थाना दिवस पर मिलने वाले आवेदन पत्रों का तुरंत करें निराकरण : सीएम योगी - लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर अयोध्या के विकास कार्यों में तेजी लाए जाने, नवनिर्मित मेडिकल कॉलेजों में सारी सुविधाएं व्यवस्थित करने, तहसील और थाना दिवस में जन समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनता की संतुष्टि ही अधिकारियों की कुशलता का मानक है.
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कोविड से सुधार संतोषजनक
मुख्यमंत्री ने कहा कि समन्वित प्रयासों से प्रदेश के 11 जिलों में आज कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं है. वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 857 रह गई है. ऐसी स्थिति कोरोना के शुरुआती दिनों में थी. प्रदेश में हर दिन ढाई लाख से तीन लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसदी तक आ गई है. अलीगढ़, बदायूं, बस्ती, बहराइच एटा, फतेहपुर, हमीरपुर, हाथरस, कसगंज, महोबा और श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है. ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रयास सतत जारी रखे जाएं.
हेल्थ एटीएम हो शुरू
प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सीएचसी, पीएचसी स्तर पर "हेल्थ एटीएम" की स्थापना कराई जाए. विभिन्न औद्योगिक समूहों, सामाजिक संस्थाओं ने 'हेल्थ एटीएम' उपलब्ध कराने की इच्छा जताई है. ऐसे सभी लोगों से संपर्क कर सहयोग लिया जाए. इसे नजदीकी जिला अस्पताल की टेलिकन्सल्टेंसी सेवा से भी जोड़ा जाए. हेल्थ एटीएम के सुचारू संचालन के लिए पैरामेडिक्स का प्रशिक्षण कर तैनाती की जाए.