लखनऊः सड़क सुरक्षा के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई. सीएम ने कहा कि विगत दिनों राम नवमी, अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और ईद सहित अनेक पर्वों के शांति और सौहार्दपूर्ण आयोजन के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने एक बड़ा और सकारात्मक संदेश दिया है.
सीएम ने कहा कि संवाद के माध्यम से ही हमने अनावश्यक रूप से लगाये गए लाउडस्पीकरों को हटाने में सफलता पाई है. लाउडस्पीकर की आवाज संबंधित परिसर के भीतर ही रहेगी, सौहार्द्र के साथ हमने यह करके उदाहरण प्रस्तुत किया है. यह स्थिति आगे भी बनी रहे. यदि फिर कहीं अनावश्यक लाउडस्पीकर लगाए जाने/तेज आवाज में बजने की शिकायत प्राप्त हुई तो सम्बंधित सर्किल के पुलिस अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर व अन्य अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी. उन्होंने कहा कि संवाद के माध्यम से विभिन्न जनपदों में जो लाउडस्पीकर हटाये गए हैं उन्हें आवश्यकतानुसार निकटस्थ स्कूलों को उपलब्ध कराने में सहयोग करें.
सड़कों से अतिक्रमण खत्म हो. पटरी व्यवसायियों के स्थान का चिन्हांकन हो. व्यापारियों से संवाद करें. नगरों में पार्किंग की व्यवस्था और सुदृढ़ हो. स्थानीय प्रशासन अवैध टैक्सी स्टैंड की समस्या का स्थायी समाधान करे. बेसिक और माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को यातायात नियमों के पालन के बारे में सिखाया जाए. यातायात नियमों के संबंध में प्रधानाचार्यों/प्राचार्यों/विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण कराया जाए. अगले दो दिनों में अभिभावकों के साथ भी विद्यालयों में बैठक हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क/ओवरब्रिज स्टंट करने की जगह नहीं है. ऐसी अराजकता पर सख्ती से लगाम लगे. हेलमेट/सीटबेल्ट के प्रयोग को अनिवार्य रूप से कड़ाई के साथ लागू किया जाए. विद्यालयों में 'रोड सेफ्टी क्लब' का गठन हो.
कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर वृहद अभियान चलाया जाए. अभियान के प्रथम चरण में कल से अगले पांच दिवस तक हमारा जोर जागरूकता पर होगा. इस दौरान सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में व्यापक जन-जागरूकता के कार्यक्रम संचालित किए जाएं. पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक प्रयोग किया जाना चाहिए. स्कूली बच्चों द्वारा जागरूकता विषयक प्रभात फेरी निकाली जानी चाहिए.