लखनऊ: सीएम योगी ने प्रदेश के सभी 75 जिलों के जिला अस्पतालों में भेजी गई ट्रू नेट मशीनों का उद्घाटन किया. इन मशीनों से कोरोना वायरस की जांच में तेजी आएगी. सीएम योगी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अस्पतालों और मेडिकल कालेजों से संवाद भी किया. वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
सीएम योगी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी करते समय शुक्रवार को पूरे प्रदेश में एक साथ पहले चरण में कोविड, नान कोविड अस्पतालों में ट्रू नेट मशीनों की सुविधा के साथ जोड़ा जा रहा है. पिछले दिनों चार मंडलों का स्वयं निरीक्षण किया था, जिसमें बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़ और वाराणसी जिला शामिल है. इन जिलों में मशीनों की आवश्यकता के संबंध में शासन को अवगत कराया गया था.
लापरवाही से फैलते हैं कोरोना के 45 फीसदी मामले
सीएम योगी ने कहा कि सभी को पता है कि 40 से 45 फीसदी कोरोना के मामले चिकित्सीय लापरवाही की वजह से होते हैं. उन्होंने कहा कि जहां भी लापरवाही हुई है, वहां संक्रमण तेजी से फैला है. इस पर सावधानी बरतने के लिए शुरूआत में लॉकडाउन के पहले चरण में कोरोना जांच की सुविधा के अलावा सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाओं को बंद कर दिया गया था. प्रथम चरण के बाद जिला अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं शुरू की गईं.
हर जांच से टूट रही कोरोना चेन
सीएम ने कहा कि हर एक जांच के साथ कोरोना की चेन को तोड़ा जा रहा है. कोरोना की जांच के अलावा इस मशीन का ट्यूबरक्लोसिस की जांच में भी उपयोग किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से स्वास्थ्य विभाग ने काफी लंबी छलांग लगाई है. जब कोरोना का पहला केस आया था, तब हमारे पास जांच की कोई भी सुविधा नहीं थी. मौजूदा समय में प्रेदश में 30 सरकारी लैब हैं, जिनमें प्रतिदिन 15 हजार से अधिक जांच हो रही है.