लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मिशन शक्ति के चौथे चरण के अभियान का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत उन्होंने रैलियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके साथ ही लोक भवन में आज महिलाओं को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित करेंगे.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'आज मिशन शक्ति के चौथे चरण की शुरुआत हो रही है. भारत की परम्परा में वर्ष में दो बार नव दुर्गा के अनुष्ठान होते हैं. एक नए विश्वास व सम्मान का प्रतीक पर्व माना जाता है. कहा कि महिला अपराध को नियंत्रित करने के लिए मिशन शक्ति अभियान शुरू किया गया था. इसके अंतर्गत महिला सम्मान स्वावलंबन को लेकर मिशन शुरू हुआ और हमने इस पर काम किया तो सफलता भी मिली है. उन्होंने कहा कि यूपी देश के अंदर महिला अपराध पर कंट्रोल व अपराधी को सजा दिलाने में नंबर एक है, इसीलिए केंद्र ने भी अभियान का मिशन शक्ति का नाम दिया है.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'अलग-अलग जनपदों के ग्राम पंचायतों में भी इस मिशन शक्ति अभियान का प्रोग्राम किया जाएगा. आधी आबादी के लिए जो प्रयास किया जाना चाहिए वो सरकार कर रही है. कल से एक पक्ष जागरूकता का पहल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराध के लिए जो आदी हो चुके हैं उनको सजा कड़ाई से दी जाएगी. हर थाना क्षेत्र का रिकार्ड भी मंगवाया जा रहा है, कहां कितनी कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ पुलिस सख्ती के साथ कार्रवाई करेगी. कहा कि चौथे चरण के प्रति जागरूक करने के लिए आज प्रोग्राम किया जा रहा है. अक्सर देखने को मिलता है कि जो मिशन शुरू किया जाता है उनको पता नहीं होता है. इसलिए आज हर जनपद में जागरूकता रैली व कॉलेजों में भी प्रभात रैली का प्रोग्राम किया जा रहा है. सभी क्षेत्रों में मिशन शक्ति का अभियान चलाया जाएगा. इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आयोजित मिशन शक्ति सम्मान समारोह में कहा कि 'नारी शक्ति अभियान की शुरुआत एक दिन पूर्व हो रही है. आज हर क्षेत्र में संभावना है, जरूरत है उसको समय से ग्रहण करना. 2020 में हमने मिशन शक्ति का कार्यक्रम शुरु किया, उस समय पूरी दुनिया कोरोना की चपेट में थी. हर व्यक्ति अपनी जान बचाने के लिए भाग रहा था, कुछ लोग इसमें अफवाह के माध्यम से दुष्प्रचार करते थे.