लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के साथ प्रदेश वासियों के जीवन और जीविका की सुरक्षा हेतु किए जा रहे प्रयासों के संतोषप्रद परिणाम मिल रहे हैं. एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति के बाद भी नए केस लगातार कम हो रहे हैं, जबकि स्वस्थ होने वालों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है. 20 दिनों में प्रदेश के एक्टिव केस में 62.5 फीसदी की कमी आई है, जबकि वर्तमान में रिकवरी दर 91.8 फीसदी हो गई है.
अब तक 1 करोड़ 56 लाख वैक्सीन की डोज
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को यहां टीम-9 के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कहा कि कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया प्रदेश में सुचारु रूप से चल रही है. 45 वर्ष से अधिक और 18-44 आयु वर्ग के लोगों को कोविड सुरक्षा कवर प्रदान करने में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है. अब तक एक करोड़ 56 लाख 46 हजार 459 कोविड वैक्सीन एडमिनिस्टर हुए हैं. प्रदेश के 23 जिलों में 18-44 आयु वर्ग के 1 लाख 7 हजार 234 लोगों के बुधवार को हुए टीकाकरण के साथ अब तक इस आयु वर्ग के 7 लाख 46 हजार 875 लोगों का टीकाकरण हो चुका है.
कॉमन सर्विस सेंटर पर वैक्सीनेशन का निशुल्क पंजीकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नागरिकों का वैक्सीनेशन निःशुल्क है. कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन हो, इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था लागू की गई है. निरक्षर, दिव्यांग, निराश्रित, श्रमिक अथवा अन्य जरूरतमंद लोगों के टीकाकरण के लिए कॉमन सर्विस सेंटर पर पंजीकरण की सुविधा दी गई है. यह कार्य प्रारंभ हो गया है. कॉमन सर्विस सेंटर पर वैक्सीन पंजीकरण निःशुल्क है, इसकी दैनिक मॉनीटरिंग की जाए.
मेडिकल कॉलेजों में 48 घंटे का ऑक्सीजन बैकअप
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की मांग, आपूर्ति और खर्च में संतुलन बनाने के लिए कराए जा रहे ऑक्सीजन ऑडिट के अच्छे परिणाम मिले हैं. प्रदेश में अपनाई गई ऑनलाइन ऑक्सीजन ट्रैकिंग प्रणाली को 'नीति आयोग' द्वारा सराहा गया है. यह हमारे लिए उत्साहवर्धक है. सतत नियोजित प्रयासों का ही परिणाम है कि आज अधिकांश मेडिकल कॉलेजों और रिफिलर्स के पास में 48 घंटे से अधिक का ऑक्सीजन बैकअप हो गया है. यही नहीं बुधवार को होम आइसोलेशन के मरीजों को 3600 से अधिक ऑक्सीजन के भरे सिलेंडर उपलब्ध कराए गए. बीते 24 घंटों में 886 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया है.