लखनऊ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर कई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक किया. बैठक में सीएम ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में विभिन्न विभागों के बजट प्राविधान के सापेक्ष जारी स्वीकृतियों एवं व्यय तथा वर्ष 2021-22 में भारत सरकार से प्राप्त होने वाली केन्द्रीय सहायता की स्थिति के सम्बन्ध में समीक्षा की.
उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर परियोजनाओं व कार्यों के सम्बन्ध में प्राथमिकताएं निश्चित करते हुए उन्हें तेजी से पूरा किया जाए. जो परियोजनाएं अल्प अवधि में पूरी होने वाली हैं, उन पर फोकस करते हुए उन्हें निर्धारित अवधि में शीघ्रता से पूर्ण किया जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय कोविड की स्थिति नियंत्रित है. इसके दृष्टिगत विकास कार्यों और परियोजनाओं को वित्तीय स्वीकृतियों के सापेक्ष पूर्ण किए जाने पर जोर दिया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्बन्धित अधिकारी विभागीय बजट की सतत समीक्षा करें. इस सम्बन्ध में साप्ताहिक समीक्षाएं की जाएं. विभागों के मंत्रिगण द्वारा अपने अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों के साथ बैठक कर विभाग के बजट की स्थिति की समीक्षा की जाए. वर्ष 2021-22 में भारत सरकार से प्राप्त होने वाली धनराशि के लिए केन्द्र के साथ समन्वय करते हुए धनराशि की यथा समय प्राप्ति हेतु प्रयास किए जाएं. शासन स्तर पर बजट प्राविधान के सापेक्ष होने वाले कार्यों की प्रगति समीक्षा निरन्तर की जाए, इसे मुख्यमंत्री कार्यालय को भी अवगत कराया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्पूर्ण बजट धनराशि का सदुपयोग करते हुए राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वित किया जाए. समस्त कार्य निर्धारित दिशा-निर्देशों, मानकों एवं वित्तीय नियमों के अनुरूप क्रियान्वित हों. भारत सरकार से सहायता प्राप्त योजनाओं के लिए सम्बन्धित विभाग अपने-अपने प्रस्ताव केन्द्र को शीघ्र प्रेषित करें. विकास कार्यों और परियोजनाओं का चयन करते समय क्षेत्र और जनपदवार संतुलन के दृष्टिगत कार्यवाही हो. अधिकारियों द्वारा त्वरित निर्णय लेकर पत्रावलियां यथासमय निस्तारित की जाएं. समस्याओं के निराकरण में अधिकारी तत्परता से कार्य करें. शासन की नीतियों के अनुरूप विभिन्न संस्थाओं को, जो भी इन्सेंटिव दिए जाने हैं, उनमें विलम्ब न किया जाए. निवेशकों को समयबद्ध ढंग से इन्सेंटिव अथवा छूट आदि का प्राविधान सुनिश्चित किया जाए. ऐसे कार्यों की सतत समीक्षा भी की जाए.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के समक्ष वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 के अन्तर्गत अब तक विभागों के बजट प्राविधान के सापेक्ष जारी स्वीकृतियों एवं व्यय का लेखा-जोखा, भारत सरकार से प्राप्त धनराशि तथा अवशेष धनराशि की प्राप्ति हेतु किए गए प्रयासों तथा उसके उपयोग की स्थिति का विवरण प्रस्तुत किया गया. बैठक में बेसिक शिक्षा, ऊर्जा, लोक निर्माण, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति, माध्यमिक शिक्षा, राजस्व, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन, नगर विकास, बाल विकास एवं पुष्टाहार, कृषि, न्याय, नियोजन, आवास एवं शहरी नियोजन, पशुपालन तथा आयुष विभाग की समीक्षा की गई.
इसे भी पढे़ं-रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का 21 को लखनऊ दौरा: लालजी टंडन प्रतिमा का अनावरण व पूर्व सीएम कल्याण सिंह से करेंगे भेंट
इस अवसर पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त एस राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव नियोजन सुरेश चन्द्रा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.