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सीएम योगी ने की उच्च स्तरीय बैठक, कोरोना को लेकर दिए जरूरी निर्देश

प्रदेश में कोरोना की स्थिति और बचाव के लिए किए जा रहे उपायों को लेकर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को तमाम दिशा निर्देश दिए.

सीएम योगी ने की उच्च स्तरीय बैठक
सीएम योगी ने की उच्च स्तरीय बैठक

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Published : May 28, 2021, 12:30 AM IST

लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वर्चुअल माध्यम उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की. बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 3,278 केस आए हैं. इसी अवधि में 6,995 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है. प्रदेश में 30 अप्रैल, 2021 को संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक एक्टिव मामले 3,10,783 थे. वर्तमान में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 58,270 हो गयी है. इस प्रकार बीते 30 अप्रैल के सापेक्ष एक्टिव मामलों की संख्या में 2,52,513 की कमी आयी है. बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर प्रभावी बनाकर रखा जाए. राज्य सरकार की 'ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट' की नीति कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में अत्यन्त सहायक सिद्ध हो रही है. राज्य में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में निरन्तर कमी एवं रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हो रही है. इससे कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आ रही है.

'कोरोना रिकवरी रेट में हो रही है बढ़ोतरी'
राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर वर्तमान में 95.4 प्रतिशत है. राज्य में पिछले 24 घण्टों में 3,47,821 कोविड टेस्ट किए गए. पिछले 24 घण्टों में टेस्ट पॉजिटिविटी दर मात्र 1.1 प्रतिशत रही है. प्रदेश में अब तक 4 करोड़ 80 लाख 68 हजार 329 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं.

ग्रामीण क्षेत्रों में जारी है वृहद जांच अभियान
बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए संचालित वृहद जांच अभियान को सुचारु और प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए. इसके अंतर्गत निगरानी समितियों द्वारा कोरोना संक्रमण की व्यापक स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है. प्रत्येक लक्षण युक्त एवं संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति को मेडिकल किट दी जा रही है. किसी भी लक्षण युक्त तथा संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति तक निगरानी समितियां सबसे पहले पहुंचती है, इसलिए निगरानी समितियों को पर्याप्त संख्या में मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए. लक्षण युक्त एवं संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों को मेडिकल किट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा सेक्टर के प्रभारी अधिकारी को जवाबदेह बनाया जाए.

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सभी जनपदों में स्थापित हो पोस्ट कोविड-वार्ड
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में पोस्ट कोविड वाॅर्ड की स्थापना की जाए. इन वाॅर्डों में कोरोना मुक्त व्यक्तियों की पोस्ट कोविड अवस्था में होने वाले कॉम्प्लिकेशंस के उपचार की पूरी व्यवस्था हो. बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि कोरोना मुक्त रोगियों की पोस्ट कोविड अवस्था में कॉम्प्लिकेशंस के निःशुल्क उपचार के सम्बन्ध में शासनादेश निर्गत कर दिया गया है. राज्य में ब्लैक फंगस की दवाओं की उपलब्धता के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ब्लैक फंगस के संक्रमण से प्रभावित सभी मरीजों को दवा उपलब्ध कराई जाए. ब्लैक फंगस के उपचार के लिए वैकल्पिक दवाओं की भी व्यवस्था कर मरीजों को उपलब्ध करायी जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी जनपदों में ब्लैक फंगस के संक्रमण की दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रहे.
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जनपदों में पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) तथा निओनेटल आईसीयू (नीकू) की हो स्थापना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बंध में भविष्य का आकलन करते हुए मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ किया जाना आवश्यक है. इसके लिए अभी से तैयारी किए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों एवं जनपदों में पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) तथा निओनेटल आईसीयू (नीकू) की स्थापना पर विशेष ध्यान दिया जाए. इसके लिए सभी मेडिकल कॉलेजों में एक अधिकारी की नियुक्ति की जाए. पीकू और नीकू के संचालन के लिए आवश्यक मानव संसाधन की व्यवस्था करते हुए उनकी ट्रेनिंग का कार्य भी संपन्न कराया जाए. इस कार्य में प्रदेश में इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण के अनुभवों का उपयोग किया जाए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया गया कि सभी मेडिकल कॉलेजों में 50 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) तथा आइसोलेशन हेतु 50 बेड तैयार किए जा रहे हैं. इसके अलावा 50 बेड के आईसीयू की अतिरिक्त व्यवस्था के निर्देश भी दिए गए हैं.


ग्रामीण क्षेत्रों में सुदृढ़ किये जाएं सीएचसी और पीएचसी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर को सुदृढ़ बनाकर प्रभावी ढंग से क्रियाशील किए जाने के निर्देश दिए गए थे, इन स्वास्थ्य केंद्रों के सुदृढ़ीकरण के कार्य की दैनिक मॉनिटरिंग की जाए. इन सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर मेडिकल उपकरणों के रख-रखाव, आवश्यक मानव संसाधन, पेयजल, शौचालय, विद्युत आपूर्ति व्यवस्था सुचारू रहे. जो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एण्ड वैलनेस सेण्टर बनकर तैयार हो गए हैं, उन्हें फंक्शनल कराया जाए. निर्माणाधीन स्वास्थ्य केंद्रों को शीघ्र पूर्ण करा कर संचालित कराया जाए. इनके लिए आवश्यकतानुसार मानव संसाधन की व्यवस्था भी की जाए.


4 दिन का ऑक्सीजन बैकअप उपलब्ध
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बैठक में अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में राज्य में 574 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपयोग की गई है. विगत कुछ दिनों में ऑक्सीजन की मांग में लगभग 50 प्रतिशत की कमी आई है. होम आइसोलेशन के मरीजों में भी ऑक्सीजन की डिमाण्ड में कमी आयी है. अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा रीफिलर्स के पास लगभग 4 दिन का ऑक्सीजन बैकअप उपलब्ध है. मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि राज्य में कार्यशील, निर्माणाधीन, स्वीकृत ऑक्सीजन संयंत्रों की कुल संख्या 415 हो गई है. इनमें से 55 ऑक्सीजन संयंत्र क्रियाशील हैं.

1 जून से 75 जनपदों में होगा वैक्सीनेशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया कि कोविड वैक्सीनेशन की कार्रवाई व्यवस्थित, निर्बाध और सुचारु ढंग से जीरो वेस्टेज को ध्यान में रखकर संचालित की जाए. सभी वैक्सीनेशन सेंटर पर वेटिंग एरिया तथा ऑब्जरवेशन एरिया की व्यवस्था होनी चाहिए. वैक्सीनेशन सेंटर पर अनावश्यक भीड़-भाड़ न हो, उन लोगों को ही वैक्सीनेशन सेंटर पर बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है. बैठक में सीएम योगी को अवगत कराया गया कि 1 जून, 2021 से सभी 75 जनपदों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन प्रारंभ किया जाएगा. इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है. इसमें प्रत्येक जनपद में 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों के वैक्सीनेशन हेतु अभिभावक स्पेशल बूथ की व्यवस्था की गई है. अब तक प्रदेश में 1 करोड़, 70 लाख 74 हजार 158 वैक्सीन की डोज एडमिनिस्टर की गई है.

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