लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार से लोक भवन में बैठना शुरु कर दिया है. टीम 11 के प्रमुख अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि पुलिस, स्वास्थ्यकर्मी तथा स्वच्छताकर्मियों पर यदि कोई हमला करे तो दोषी के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम, राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम(एनएसए) तथा आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई की जाए. साथ ही तोड़फोड़ किए जाने पर नुकसान की भरपाई के लिए उपद्रवी तत्वों से वसूली की जाए. ऐसा न करने पर उनकी संपत्ति जब्त कर ली जाए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य टीम के साथ अब पुलिस भी मौजूद रहेगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोक भवन में लॉकडाउन के दौरान व्यवस्थाओं की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जाए. यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि जनता को आवश्यक सामग्री आसानी से उपलब्ध हो. होम डिलीवरी की व्यवस्था को तेज किया जाए और सप्लाई चेन बनी रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि हॉटस्पॉट क्षेत्रों को पूरी तरह से सील कर आवागमन को पूरी सख्ती से प्रतिबंधित किया जाए. नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
हॉटस्पॉट क्षेत्रों में केवल मेडिकल सैनिटाइजेशन और डोर स्टेप डिलीवरी टीमों को ही जाने की अनुमति दी जाए. हॉटस्पॉट क्षेत्रों में घर-घर को सैनिटाइजेशन कराया जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को छिपाने और जानबूझकर नहीं बताने वाले लोगों को चिन्हित कर सख्ती से कार्रवाई की जाए. ऐसे लोगों की कोरोना कैरियर होने की संभावना रहती है. ऐसे लोगों को प्रश्रय देने वालों और उनकी तलाशी न करने वाले थानेदारों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए नियमों को अधिकारी पढ़ें और कार्य योजना तैयार करें. अनुमन्य की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के संबंध में शासनादेश जारी किया जाए. शासनादेश में सभी सावधानियों का स्पष्ट तौर पर उल्लेख अवश्य किया जाए.