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मुख्यमंत्री योगी ने दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को दी 10-10 लाख रुपये की सहायता

कोरोना से जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिवारीजनों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने सहायता राशि प्रदान की. उन्होंने दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का चेक दिया. कोरोना महामारी के कारण 2020 में 14 और 2021 में 36 पत्रकारों की मौत हुई है.

परिजनों को सौंपा 10 लाख का चेक
परिजनों को सौंपा 10 लाख का चेक

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Published : Jul 31, 2021, 1:57 PM IST

Updated : Jul 31, 2021, 2:26 PM IST

लखनऊ:कोरोना से जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिजनों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में सहायता राशि प्रदान की. 'आपके साथ-आपकी सरकार' स्लोगन के साथ आज यानी शनिवार को सीएम योगी ने संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले 50 पत्रकारों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का चेक सौंपा. कुल मिलाकर मुख्यमंत्री ने 5.50 करोड़ रुपये वितरित किये हैं. मुख्यमंत्री के हाथों से चेक लेते समय परिजनों की आंखें नम हो गईं. बता दें कि जिन दिवंगत पत्रकारों के परिजन छूट गए हैं, उनके आवेदन भी मांगे गए हैं. इस दौरान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इंडिया टीवी के प्रमुख रजत शर्मा, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, नवनीत सहगल, संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

इस दौरान संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन्होंने समाज के लिए लेखनी चलाते-चलाते अपने प्राणों की आहुति दी है, उनके प्रति सहानुभूति और विनम्र श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं. पूरी दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी से जूझ रही है. कोरोना से हर तबका प्रभावित हुआ है. बाकी लोग तो अपना बचाव कर सकते हैं, लेकिन अगर पत्रकार बाहर नहीं निकलेंगे तो वह समाचार संकलन नहीं कर सकेंगे. मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना के शुरुआती दिनों में प्रदेश में जांच की व्यवस्था नहीं थी, लेकिन आज तीन से चार लाख सैम्पल की जांच कर सकते हैं.

दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को दिए 10-10 लाख रुपये की चेक

इस दौरान न्यूज ब्रॉडकास्ट एसोसिएशन (एनबीए) के चैयरमैन और वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने कहा कि जब लोग घरों में थे, तब हमारे रिपोर्टर और कैमरामैन साथियों ने फील्ड में उतर कर लोगों के लिए, देश के लिए काम किया. जो पत्रकार भाई बहन रिपोर्टिंग कर रहे थे उनके लिए कोई सुरक्षा की व्यवस्था नहीं थी. डॉक्टरों को भी कोरोना की अधिक जानकारी नहीं थी. इस दौरान पत्रकार बंधु लोगों के बीच गए. कितने सारे ऐसे उदहारण हैं जहां उन्हें गालियां सुननी पड़ी, पत्थर भी खाने पड़े. लेकिन फिर भी पत्रकारों ने अपना काम किया.

कार्यक्रम में मौजूद दिवंगत पत्रकारों के परिजन.

दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को दी गयी सहायता राशि
पंकज कुलश्रेष्ठ, राकेश चतुर्वेदी, अंजनी कुमार निगम, शफीकुर्रहमान, मुन्नालाल, श्यामलला सिंह, आलोक श्रीवास्तव, अमी आधार निडर, सैयद हैदर मेंहदी अली, राम भगत, शैलेन्द्री कटियार, पुष्प लता शुक्ला, राजीव पवैया, अनिल श्रीवास्तव, प्रमोद श्रीवास्तव, शिवनंदन साहू, सच्चिदानंद गुप्ता, हिमांशु जोशी, अंकित शुक्ला, रफीकुर्रहमान रसीदी, प्रेम प्रकाश सिन्हा, धीरेंद्र धीर, पवन मिश्रा, हरिशंकर गुप्ता, राकेश श्रीवास्तव, मोहम्मद वसीम, कुनाल श्रीवास्तव, सलाहुद्दीन शेख, उषा अग्रवाल, रामनरेश तिवारी, केके सिन्हा, अरुण कुमार पांडे, रोहित सरदाना, अजय शंकर तिवारी, ओम प्रकाश जायसवाल, मधुसूदन त्रिपाठी, सुशीला देवी, सफी अहमद, मोहन शुक्ला, सुभाष मिश्रा, कौशल किशोर, वकार मेहंदी, अखिलेश कृष्ण मोहन, अमरेंद्र सिंह, गुफरान मियां, कैलाश नाथ, अजय शर्मा, रवि प्रकाश अवस्थी, अंकित श्रीवास्तव और दिवंगत पत्रकार राजकिशोर तिवारी के परिजनों को सहायता राशि दी गई.

मंच से बोलते सीएम योगी.

बचे हुए दिवंगत पत्रकार के परिजनों को भी दी जाएगी सहायता
उत्तर प्रदेश राज्य मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल से मांग की कि अभी भी कुछ दिवंगत पत्रकार बचे हैं जिनके परिवारों को इसमें शामिल नहीं किया गया है. इस पर सहगल ने कहा कि जिन पत्रकारों को इसमें शामिल नहीं किया गया है, उनके नाम की पूरी सूची उन्हें उपलब्ध करा दी जाए. सरकार उन्हें भी सहायता राशि वितरित करेगी. इस मौके पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

Last Updated : Jul 31, 2021, 2:26 PM IST

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